गोपालगंज : मौसम कब किधर का रूख कर ले, पता नहीं. रविवार को पूरब और पश्चिम की हवाओं के टकराव से मौसम तेजी से बदला. पुरवा हवा के साथ आये बादलों ने आसमान में डेरा डाल रखा है. दोपहर तक घना कुहरा का असर रहा. उम्मीद यही जतायी जा रही है कि बादलों के जाने […]
गोपालगंज : मौसम कब किधर का रूख कर ले, पता नहीं. रविवार को पूरब और पश्चिम की हवाओं के टकराव से मौसम तेजी से बदला. पुरवा हवा के साथ आये बादलों ने आसमान में डेरा डाल रखा है. दोपहर तक घना कुहरा का असर रहा. उम्मीद यही जतायी जा रही है कि बादलों के जाने के बाद पश्चिमी विक्षोभ की ठंडी हवाएं अपना प्रकोप दिखायेगी. पछिया हवाओं के चलते लोगों को कुहरे से काफी हद तक राहत मिली है.
लेकिन, शाम होते ही पारा लगातार गिरता चला गया. रोज बदल रहे मौसम से विज्ञानी भी हैरान हैं. माना जा रहा था कि अब ठंड अपना तेवर दिखायेगी. शुरुआत भी ऐसी ही हुई, लेकिन इसके बाद फिर खेल शुरू हो गया. तापमान में उतार चढ़ाव से मौसम का अनुमान लगाना कठिन हो गया है. तीन दिन तक कुहरा का प्रकोप रहा, जिससे सूरज का दर्शन भी नहीं हुआ. फिर, अचानक छंट गया. विज्ञानी इसके पीछे पुरवा हवाओं का जोर बता रहे हैं.
हालांकि न्यूनतम तापमान में गिरावट दर्ज की गयी है. रविवार को न्यूनतम तापमान 11.2 डिग्री और अधिकतम तापमान 23.4 डिग्री सेल्सियस रहा. इसी तरह अधिकतम आर्द्रता 95 व न्यूनतम 67 रहा. गुरुवार को न्यूनतम 47 था. मौसम विज्ञानी डॉ एसएन पांडेय बताते हैं कि पुरवा हवाओं ने बांधा था, लेकिन पश्चिमी हवाएं पीछे हटने को तैयार नहीं है. यही कारण है कि पूरब की नम हवाओं से पश्चिम की ठंडी हवाएं टकरायी, तो पारा लुढ़क गया. बताया कि जब तक बादल वापस नहीं लौटेंगे, स्थिति ऐसी ही बनी रहेगी.
गरीबों के बीच बांटी गयी कंबल: शासन की तरफ से गरीबों के बीच कंबल बांटने की योजना अभी फाइलों में बंद है. इस बीच सपना ट्रस्ट की तरफ से विशुनपुर तटबंध पर 355 कटाव पीड़ितों के बीच कंबल का वितरण किया गया. कंबल पाते ही गरीबों के चेहरे पर रौनक लौट आयी. पछिया हवा और शीतलहर के बीच ठिठुरे हुए गरीबों की आंखें सहायता मिलते ही डबडबा उठीं. मौके पर ट्रस्ट के अध्यक्ष संजय कुमार चौबे, विशाल श्रीवास्तव, अंकित श्रीवास्तव, अनंजय सिंह आदि मौजूद थे.
फाइलों में उलझी कंबल वितरण की उम्मीद : शीत लहर के साथ ठंड अपनी जवानी पर है. ठंड ने अब तक दो लोगों की जान ले ली है. प्रशासन के अधिकारियों की नींद अभी नहीं खुल रही. शहर में एक भी स्थान पर अलाव की व्यवस्था नहीं की गयी है.
रिक्शाचालक और गरीब फुटपाथ पर रहनेवालों के लिए ठंड जानलेवा बन गयी है. बस स्टैंड में ठंड लगने से एक मजदूर की मौत हो चुकी है. फिर भी नगर पर्षद के तरफ से अलाव नहीं जलाया जा रहा है. आपदा प्रबंधन विभाग ने एक करोड़ की राशि आवंटित की है. गरीब और असहाय के बीच कंबल बांटने की योजना अभी फाइलों में उलझी हुई है.
क्या कहते हैं अधिकारी
कंबल बांटने का आवंटन आया है. इसके क्रय के लिए सोमवार को व्यवस्था की जायेगी. नगर पर्षद को भी कहा गया है कि वे अलाव की व्यवस्था करें.मृत्युंजय कुमार, एसडीओ, गोपालगंज