गोपालगंज : यूपी के सलेमगढ़ बाजार के पैथोलॉजी संचालक की धोखे से बुला कर हत्या कर दी गयी. हत्या के बाद परिजन जहां सदमें में डूबे हुए थे, वहीं अभियुक्तों ने अपनी साजिश रचनी शुरू कर दी. भाई की मौत के दो सप्ताह बाद अंतत: हत्या के मामले में गोपालपुर पुलिस ने जब प्राथमिकी दर्ज नहीं की, तो परिजनों ने सीजेएम के कोर्ट में मुकदमा दर्ज किया है. कोर्ट ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए पुलिस को तत्काल प्राथमिकी दर्ज करने का आदेश दिया है.
ध्यान रहे कि गोपालपुर थाना क्षेत्र के तिवारी खरेया गांव के सत्येंद्र तिवारी का आरोप है कि दस नवंबर की रात उनके भाई जनार्दन तिवारी को गांव के ही आधा दर्जन लोग एक समारोह में भाग लेने के लिए बुला कर ले गये थे तथा हत्या कर शव को खेतों में फेंक दिया गया. भाई का कहना है कि मृतक उत्तर प्रदेश के सलेमगढ़ में पैथोलॉजी के अच्छे डॉक्टर थे. घटना के दिन वे अपने गांव आये थे, जहां से बुला कर ले गये तथा हत्या कर दी गयी. भाई ने गांव के ही प्रमोद मिश्रा सहित आठ लोगों को आरापित बनाया है.