गोपालगंज : नतीजे की घड़ी आ गयी है. महज 24 घंटे बाद चुनाव परिणाम घोषित होने हैं. सफलता की आस में उम्मीदवार जहां करवट बदल-बदलकर आज की रात काटेंगे, वहीं सूबे की सत्ता पर कौन गंठबंधन काबिज होगा, इसकी रूप-रेखा भी तय होगी. किसके सर होगा लोकतंत्र का ताज,
कौन बनेगा इस बार बादशाह, किसकी होगी सरकार. चुनाव परिणाम 24 घंटे बाद आने वाले हैं. एक्जिट पोल आने के साथ ही खेत खलिहान से लेकर चौक चौराहे तक चुनावी परिणाम की चर्चा जोरों पर है. प्रत्याशी को अपने जीत का दावा कर ही रहे है. मतदाता भी स्पष्ट रूप से दो खेमें में बंटे हुए है. चाय और पान दुकानों पर जो चर्चाएं हो रही है.
उसके मुताबिक एक्जीट पोल को भी मतदाता नकार रहे है. और वे अपने गणित से सरकार एवं विधायक बना बिगाड़ रहे है. 24 घंटे बाद चल रहे कयासों के दौर पर विराम लग जायेगा. रविवार को मतगणना प्रारंभ होनी है. और दोपहर तक चुनाव परिणाम आ जाने की भी पूर्ण संभावना है. इस बार छह विधानसभा के लिए जिला में 82 प्रत्याशी अपनी भाग्य आजमाये है.
11 नवंबर को दीपावली का पर्व है. लेकिन इसके पूर्व आठ नवंबर को ही जिले के हर कोने में लोकतंत्र की जीत के जश्न के दीपावली मनायी जायेगी. इसकी तैयारी मुख्य दलों ने तो की ही है. समर्थक भी इस तैयारी में हैं. अभी से पटाखे और अबीर खरीदे जा रहे है. आठ नवंबर को दोपहर के बाद जिला में लोकतंत्र की जीत का जहां दीपावली मनाया जायेगा, वही कई ऐसे भी है.
जिनके घर हार कर गम दिवाला के रूप में नजर आयेगा. चुनाव पर यदि गौर किया जाये तो आदर्श आचार संहिता के बीच कई ऐसे भी प्रत्याशी है जो चुनाव जितने के लिए जम कर अर्थ का प्रयोग किये है. इसके अलावा कई ऐसे समर्थक भी है जो मतदान के लिए कई नियमों को तोड़े है. ऐसे में हारने वाला प्रत्याशी जहां जहां मातमी सन्नाटा होगा.
वही खुशियों की पटाखें भी छुटेंगे. रविवार की रात एक एेसी दीपावली होगी, जिसमें जिला खुशियों के दीप से जहां जगमगायेगा. वही कई जगह गम के अंधेरे का सन्नाटा भी होगा. बस थोड़ा सा और इंतजार बाकी है.