पटना : तीसरे चरण में परचम लहराने के लिए भाजपा ने पूरी ताकत लगा दी है. तीसरे चरण में राजधानी पटना सहित देश के पहले गणराज्य वैशाली, शिक्षा का केंद्र नालंदा, बाबू कुंवर सिंह की धरती भोजपुर, सहित बक्सर और सारण जिले की 50 सीटों पर मतदान होना है. पार्टी ने 33 सीटों पर अपना उम्मीदवार दिया है.
भाजपा को तीसरे चरण से काफी उम्मीद है. तीसरे चरण की 18 सीटों पर भाजपा का कब्जा है, इसलिए पार्टी को इस चरण में होने वाले मतदान से काफी उम्मीदें लगा रखी हैं. तीसरे चरण वाली अधिकांश लोकसभा सीटों पर भाजपा का कब्जा है. तीसरे चरण में भाजपा के कई दिग्गज नेता चुनाव मैदान में हैं,
जिनमें विधानसभा के विपक्ष के नेता नंद किशोर यादव विधानसभा के उपाध्यक्ष अमरेंद्र प्रताप सिंह, पार्टी प्रवक्ता संजय टाइगर, पूर्व मंत्री एसएन आर्य आदि मैदान में हैं. इसके अलावा राजनैतिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण बाढ़ और राघोपुर से जदयू से जीते विधायकों को अपना टिकट देकर मैदान में उतारा है.
इस चरण में पार्टी को भीतरघाट का सामना करना पड़ सकता है. पार्टी ने बक्सर, ब्रह्मपुर, पालीगंज आदि सिटिंग विधायकों का टिकट काट कर नये लोगों को मैदान में उतारा है. आरा के सांसद आरके सिंह ने पहले ही अपने तल्ख बयानों से पार्टी को परेशानी में डाल रखा है. ब्रह्मपुर के सिटिंग विधायक दिलमणि देवी पार्टी छोड़ कर जदयू में शामिल हो गयी हैं,
जबकि पालीगंज के सिटिंग विधायक डॉ उषा विद्यार्थी अंदर ही अंदर नाखुश चल रही हैं. यही हाल बक्सर की सिटिंग विधायक सुखदा पांडेय का है. इस चरण में पार्टी ने बाढ़, बिहारशरीफ, राघोपुर, इस्लामपुर आदि सीटों पर दूसरे दल से आये नेताओं को चुनाव मैदान में उतारा है. ऐसे में पार्टी के कार्यकर्ता उनकी कितनी मदद करेंगे यह भी एक विचारणीय प्रश्न है. भाजपा की कब्जे वाली सीटआरा, दानापुर, बांकीपुर, शाहपुर, संदेश, पटना साहिब, तरैया, गरखा, सोनपुर, हाजीपुर, पातेपुर, राजगीर, कुम्हरार, बक्सर, पालीगंज, विक्रम व अगिआंव.