गोपालगंज : िधानसभा चुनाव में नामांकन का दौर बुधवार से जोर पकड़ लेगा. इस बार गोपालगंज सदर से भाजपा के प्रत्याशी सुबास सिंह 12 अक्तूबर को नामांकन करेंगे,
जबकि निर्दलीय से ओमप्रकाश सिंह सात अक्तूबर को नामांकन करेंगे. उसी तरह बरौली विधानसभा क्षेत्र से भाजपा के प्रत्याशी पूर्व मंत्री रामप्रवेश राय 12 अक्तूबर को नामांकन करेंगे,
जबकि बैकुंठपुर विधानसभा क्षेत्र से जदयू के विधायक मंजीत सिंह महागंठबंधन के प्रत्याशी के रूप में 12 अक्तूबर को नामांकन करेंगे.
भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष मिथिलेश तिवारी एनडीए के प्रत्याशी के रूप में 14 अक्तूबर को नामांकन करेंगे. कम्युनिष्ट पार्टी के प्रत्याशी कृष्ण बिहारी यादव 10 अक्तूबर को नामांकन करेंगे, जबकि पूर्व विधायक देवदत्त प्रसाद की पत्नी मनोरमा देवी निर्दलीय से 13 अक्तूबर को नामांकन करेंगी.
उसी तरह कुचायकोट विधानसभा क्षेत्र से जदयू विधायक अमरेंद्र कुमार उर्फ पप्पू पांडेय 9 अक्तूबर को नामांकन करेंगे. लोजपा प्रत्याशी काली प्रसाद पांडेय 12 अक्तूबर को नामांकन करेंगे. उसी तरह हम के प्रत्याशी एनडीए की तरफ से महाचंद्र प्रसाद सिंह 13 अक्तूबर को नामांकन करेंगे.
जदयू के विधायक रामसेवक सिंह 13 अक्तूबर को नामांकन करेंगे. उसी तरह निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में राजेश सिंह कुशवाहा सात अक्तूबर को नामांकन करेंगे, जबकि भाजपा से टिकट नहीं मिलने पर छाप मठिया के रहनेवाले सामाजिक कार्यकर्ता डॉ शशिभूषण राय निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में नौ अक्तूबर को हथुआ में नामांकन करेंगे,
जबकि भोरे विधानसभा क्षेत्र से भाजपा प्रत्याशी इंद्रदेव मांझी 12 अक्तूबर को नामांकन करेंगे. कांग्रेस से अनिल कुमार महागंठबंधन के प्रत्याशी के रूप में 13 अक्तूबर को नामांकन करेंगे.
कैंप में चुनावकर्मियों के हेल्थ की जांच : गोपालगजं. चुनाव में लगाये गये कर्मियों की हेल्थ जांच के लिए सोमवार को सदर अस्पताल परिसर में मेडिकल कैंप का आयोजन किया गया,
जिसमें सिविल सर्जन डॉ मधेश्वर प्रसाद शर्मा, डॉ कैसर जावेद, डॉ राकेश कुमार,डॉ अमर कुमार सहित अन्य चिकित्सक शामिल थे. नोडल ऑफिसर कार्मिक कोषांग डॉ कृष्ण मोहन ने बताया कि पहले दिन 50 कर्मियों की जांच की गयी. मंगलवार को शेष कर्मियों की जांच की जायेगी. वैसे लोग जिनकी जांच की गयी है,
उनकी जांच दूसरे दिन नहीं होगी. मेडिकल कैंप में जांच के लिए नहीं आये कर्मियों के आवेदन को स्वीकार नहीं किया जायेगा.
कांग्रेस से नाता तोड़ अब साइकिल की सवारी : विधानसभा चुनाव के टिकट के खेल में हर दिन नया दृश्य देखने को मिल रहा है.
लंबे समय से हाथ थामे रहनेवाले बैकुंठपुर के हमीदपुर के रहनेवाले शौकत अली कांग्रेस से नाता तोड़ कर साइकिल की सवारी करने की तैयारी में हैं. इन्हें समाजवादी पार्टी ने बैकुंठपुर विधानसभा क्षेत्र से पार्टी का उम्मीदवार घोषित किया है. इसी तरह राजद और जदयू के लिए समर्पित जेपी आंदोलन से जुड़े रहनेवाले ललन मांझी ने भी पार्टी के सभी पदों से इस्तीफा दे दिया है.
फिलहाल वे जदयू के दलित प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष थे. अब भोरे विधानसभा क्षेत्र से सपा के उम्मीदवार हैं. तीसरे मोरचे ने अब तब चार टिकटों का एलान किया है. बरौली विधानसभा क्षेत्र से देवापुर के रहनेवाले जिला पार्षद राजेश कुमार सिंह उर्फ राजू सिंह को उम्मीदवार बनाया गया है. गोपालगंज और हथुआ से सहयोगी दल को मौका दिया गया है. इसकी जानकारी सारण के प्रभारी संजय राय व जिलाध्यक्ष हरेंद्र यादव ने दी है.
परदानशीं वोटरों की पहचान करेंगी शिक्षिकाएं : मीरगंज. हथुआ विधानसभा क्षेत्र के हथुआ तथा उचकागांव प्रखंडों की तीन दर्जन पंचायतों के 253 बूथों पर परदानशीं वोटरों वाले बूथों पर शिक्षिकाएं तैनात की जायेंगी. वह पहचान में मदद करेंगी. हथुआ के सहायक निर्वाची पदाधिकारी सह बीडीओ राजेश कुमार ने बताया कि 143 मतदान केंद्रों में 93 केंद्रों पर परदानशीं वोटरों की उपस्थिति है. वहां तैनात स्थानीय शिक्षिका उनकी पहचान करेंगी.
ऐसे केंद्रों की संख्या रतनचक, फतेहपुर, कधागोपी, लाइन बाजार, खैरटिया आदि पंचायतों में ज्यादा है. वहीं, उचकागांव प्रखंड के 110 मतदान केंद्रों में से लगभग चार दर्जन बूथों को चिह्नित किया गया है,
जहां परदानशीं वोटर हैं. वहां पर भी ऐसी वोटरों की पहचान के लिए स्थानीय शिक्षिकाओं तथा अांगनबाड़ी सेविकाओं की सेवा ली जायेगी. उचकागांव प्रखंड के सहायक निर्वाची पदाधिकारी सह बीडीओ मार्कंडेय राय ने बताया कि परदानशीं वोटरों में परसौनी, साखे, हरपुर, बलेसरा, महैचा आदि पंचायत शामिल हैं.
आपराधिक गैंग की बनायी जा रही कुंडली : गोपालगंज . विधानसभा चुनाव में गंडक नदी के दियारा इलाके में कई नामी और गुमनामी अपराधियों का गिरोह सक्रिय है. चुनाव को इन अपराधियों के द्वारा प्रभावित करने की आशंका को देखते हुए खुफिया रिपोर्ट के बाद पुलिस आपराधिक गिरोहों की कुंडली तैयार कर रही है.
पुलिस चुनाव को लेकर हर तरफ से सजगता बरत रही है. पुलिस सूत्रों की मानें, तो जंगल पार्टी के आतंक से थर्राने वाले दियारे के इलाके में नक्सलियों के द्वारा पैठ बनाये जाने की सूचना भी पुलिस को मिलती रही है. चुनाव में नक्सली गतिविधियों की बढ़ती सक्रियता को ध्वस्त करना पुलिस के लिए चुनौती बन रही है.
खास कर बैकुंठपुर के दियारा इलाके के बाद मांझा तथा जादोपुर थाना क्षेत्र के निमुईया, मांघी, मंगुरहा जैसे क्षेत्रों में आये दिन नक्सलियों के देखे जाने की खबर पर पुलिस सर्च अभियान चलाती रही है. चुनाव के पूर्व दियारे में कुछ नये चेहरे भी देखे जा रहे हैं. इसको लेकर पुलिस पूरी रिपोर्ट तैयार करने में लगी है.
पुलिस की टीम इस बार नक्सली गतिविधियों के अलावा इन इलाकों के सक्रिय रहनेवाले अपराधियों की तलाश कर रही है. इसमें इलाके के लोगों के अलावे चौकीदारों की भूमिका को प्रमुख माना जा रहा है. विधानसभा चुनाव में किसी तरह का जोखिम पुलिस उठाने को तैयार नही है.
निकाली गयी मतदाता जागरूकता रैली : थावे. मुखीराम उच्चतर माध्यमिक विद्यालय थावे के छात्र-छात्राओं द्वारा मतदाता जागरूकता रैली निकाली गयी.
यह रैली गजाधर टोला होती हुई दुर्गा मंदिर गोलंबर आदि स्थानों पर गयी. इस दौरान छात्र-छात्राओं द्वारा मतदाता को जागरूक करने से संबंधित नारे लगाये गये. वहीं, दूसरी तरफ उच्च विद्यालय, रामचंद्र पुर में चित्राकन प्रतियोगिता का आयोजन किया गया. इसमें वर्ग नौ तथा दस के 22 प्रतिभागिगयों ने भाग लिया.
उक्त मौके पर दोनों विद्यालयों के शिक्षकों के मुखीराम उच्च माध्यमिक विद्यालय के प्रधानाध्यापक विश्वनाथ प्रसाद के अलावा शिक्षक संजय गुप्ता, मिश्री लाल श्रीवास्तव, इंजीनियर प्रसाद व संजीव रंजन आदि मौजूद थे.
दफादार -चौकीदार ने की अग्रिम चुनाव भत्ता की मांग: गोपालगंज. बिहार राज्य दफादार-चौकीदार संघ ने चुनाव भत्ता के अग्रिम भुगतान की मांग की है.
सोमवार को संघ की बैठक जिलाध्यक्ष दीनानाथ मांझी की अध्यक्षता में की गयी. बैठक को संबोधित करते हुए सचिव डाॅ संत सिंह ने कि वित्त विभाग के संकल्प में स्पष्ट है कि दफादार-चौकीदारों से चुनाव कार्य लिया जाता है,
लेकिन चुनाव भत्ता नहीं दिया जाता है. इसका भुगतान चुनाव से पूर्व होना चाहिए. उन्होंने कहा कि दुखद है कि 25 वर्ष बाद भी दफादार-चौकीदार को एसीपी का लाभ नहीं मिला. संघ के सदस्यों ने मांगों को मांगते हुए डीएम को ज्ञापन सौंपा. मौके पर राजेश यादव, गणपत खटिक, सुदामा भार, झुलय राय, राजेश्वर सहनी, गौरी शंकर चौधरी, कलीम अहमद, कोमल भगत, विजय यादव, अहमद मिया, उमेश यादव कन्हैया राय, व्यास यादव, राज किशोर राय, राघो सिंह, राकेश कुमार आदि ने संबोधित किय.
टोल फ्री नंंबर पर दर्ज कराएं शिकायत : गोपालगंज. बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर जिला निर्वाची पदाधिकारी राहुल कुमार ने जन शिकायत हेतु टौल-फ्री नंबर 18003456379 स्थापित किया है. इस नंबर पर व्यय संबंधित शिकायतें दर्ज करायी जा सकती हैं.
पुराने प्रचार तरीकों पर सोशल मीडिया भारी : गोपालगंज . चुनाव प्रचार के पुराने तरीकों पर सोशल मीडिया भारी पड़ती दिख रही है. खास कर युवा वर्ग इसके सबसे बड़े दीवाने हैं. प्रचार के सभी पुराने तरीकों पर चुनाव आयोग की विशेष नजर है. चुनाव प्रचार के साधन भी कम कर दिये गये हैं.
इसके कारण सोशल मीडिया प्रचार के लिए आज एक बड़ा मंच बन कर उभरी है. सोशल मीडिया पर पूरी स्वतंत्रता भी है. इसके चलते सभी पार्टी के नेता कार्यकर्ता एवं आम जन जम कर इसका इस्तेमाल कर रहे हैं. अपने वादे, तमाम गतिविधियां, इरादे, सोशल मीडिया के माध्यम से लोगों तक पहुंचा रहे हैं. पुराने प्रचार तरीकों में बैनर – पोस्टर आदि हैं,
लेकिन सोशल मीडिया में इसकी कोई चिंता नहीं है. सोशल मीडिया के आने से दोतरफा संवाद की शुरुआत होने लगी है. प्रचार के पुराने तरीकों में एकतरफा संवाद होता है. नेता-कार्यकर्ता मंच से सीधे अपनी बात कह देते हैं, लेकिन आम लोगों के विचारों को वे सुन नहीं पाते हैं. अब सोशल मीडिया के माध्यम से आम जनता की बातें सीधे नेता तक पहुंच रही हैं. जनता अपनी बातों को निर्भीक होकर सोशल मीडिया पर परोस रही है.
सोशल मीडिया से प्रचार करना पुराने तरीकों से प्रचार की अपेक्षा सस्ता साबित हो रहा है. साथ ही सोशल मीडिया के माध्यम से किसी भी वक्त कम खर्च में अपने विचार रख सकते हैं.
यहां तक की आप नेताओं की आलोचना भी निर्भीक होकर कर सकते हैं. सोशल मीडिया के माध्यम से नेता हर समय अपने समर्थकों से जुड़े रह सकते हैं.
क्या कहते हैं लोग
मौनिया चौक निवासी प्रियरंजन सिंह बताते हैं कि पहले बड़े राजनेताओं से संवाद करना आसान नहीं था. लेकिन, सोशल मीडिया से उनसे सीधे संवाद कर सकते हैं. नेता भी अपनी प्रतिक्रिया दे सकते हैं.
आंबेडकर चौक निवासी अजय कुमार बताते हैं कि सोशल मीडिया पर जो भी पोस्ट करते हैं चंद मिनटों में उस पर लोगों की प्रतिक्रियाएं आने लगती हैं. उसके माध्यम से राजनीतिक मुद्दों पर कई लोगों की राय जान सकते हैं. शिक्षक संजीव पांडेय कहते हैं कि सोशल मीडिया खास कर फेसबुक युवाओं की पसंद है. इसके जरिये किसी खास मसले पर आम लोगों की राय जान सकते हैं.