गोपालगंज : चर्चित माधोपुर गैंग रेप कांड की पीड़ित बच्ची पूजा की हालत रविवार को अचानक बिगड़ गयी. वह जीवन और मौत के बीच जंग पीएमसीएच में लड़ रही है. उसकी हालत में सुधार होने की जगह और बिगड़ ही गया है. मानसिक रूप से परेशान पूजा की हालत देख परिजनों की बेचैनी काफी बढ़ गयी है.
बच्ची की हालत में सुधार नहीं होने से गांव से लेकर शहर तक के लोग चिंतित हो उठे हैं. पीएमसीएच के प्रसूति वार्ड नंबर चार में पिछले छह दिनों से इलाजरत है. गरीबी के कारण उसका इलाज बेहतर नहीं हो पा रहा है. परिजनों के पास इतना पैसा नहीं कि प्राइवेट अस्पतालों में उसकी इलाज करा सके. इस घटना ने मानवीय संवेदना को झकझोर कर रख दिया है.
बता दें कि बच्ची की जान बचाने को गोपालगंज की महिला चिकित्सकों ने काफी कोशिश की, फिर भी स्थिति बिगड़ते देख उसे गत सोमवार की रात पीएमसीएच रेफर कर दिया गया था. इस घटना में अब तक आरोपित पुलिस की पकड़ से बाहर है. पुलिस के अधिकारी आरोपित ढोढा की तलाश में खाक छान रहे हैं.
जबकि ग्रामीणों का कहना है कि वह नेपाल में जाकर शरण ले रखा है. इधर, सीजेएम की अदालत ने पुलिस की पूरी कार्रवाई की रिपोर्ट तलब की है. न्यायालय ने आरोपित अजीत कुमार उर्फ ढोढा के खिलाफ कुर्की जब्ती का आदेश फिलहाल नहीं दिया है.
आरोपितों को मिले फांसी की सजा
अखिल भारतीय ब्राह्मण महासभा के जिलाध्यक्ष राजेंद्र पांडेय ने गैंग रेप की घटना पर आक्रोश जाहिर करते हुए कहा कि दुष्कर्म के आरोपितों को न्यायालय के द्वारा फांसी की सजा दी जानी चाहिए. वहीं, सरकार को पीड़िता के इलाज के लिए खर्च करनी चाहिए. साथ ही परिवार को भी आर्थिक मदद करनी चाहिए.
उन्होंने कहा कि छपरा जिले के मशरक प्रखंड के गडामान गांव में एमडीएम खाने से हुई बच्चों की मौत के लिए दोषियों को फांसी की सजा दी जानी चाहिए. साथ ही इस घटना की उच्चस्तरीय जांच करके घटना की पुनरावृत्ति पर भी रोक लगानी चाहिए.