गोपालगंज : बिहार बंद की घोषणा किये जाने के बाद जिला प्रशासन भी सजग हो गयी है.एनडीए में अलगाव होते ही भाजपा और जदयू एक दूसरे का विरोध करना शुरू कर दिये हैं. भाजपा के द्वारा जदयू के विरोध में बिहार बंद का एलान कर विश्वासघात दिवस का आयोजन मंगलवार को किया गया है.
भाजपा कार्यकर्ता जहां पार्टी नेतृत्व के इस फैसले को सफल बनाने के लिए अपनी जी जान लगा चुके है, वहीं जिला प्रशासन भी जिले में बंद को शांतिपूर्ण तरीके से रखने को लेकर अपनी तैयारियां पूरी कर ली है. जिला प्रशासन के द्वारा पूरे जिले में विधि व्यवस्था मुकम्मल की गयी है.
डीएम कृष्ण मोहन और पुलिस अधीक्षक डॉ विनोद कुमार चौधरी ने बंद को लेकर संयुक्त आदेश जारी किया है, जिसमें जिले के 75 चिह्न्ति चौक- चौराहों पर दंडाधिकारी , पुलिस पदाधिकारी , एक चार के सुरक्षा बल भी तैनात किये गये हैं. वहीं महिला प्रदर्शनकारियों से नियंत्रण पाने के लिए महिला आरक्षियों की भी तैनाती की गयी है.
जिला प्रशासन ने पूर्व में हुए बंदी और प्रदर्शन के समय संवेदनशील और अति संवेदनशील स्थलों को चिह्न्ति कर सुरक्षा के व्यापक प्रबंध किये गये हैं. सदर अनुमंडल पदाधिकारी रेयाज अहमद खा ने बताया कि सभी 75 चिह्न्ति स्थलों पर प्रतिनियुक्त किये गये दंडाधिकारी , पुलिस पदाधिकारी और जवानों को निर्देश दिया गया है कि बंदी के दौरान हमेशा चौकसी बनाये रखे.
बनेगा नियंत्रण कक्ष
बिहार बंद को लेकर गोपालगंज और हथुआ अनुमंडल मुख्यालय में नियंत्रण कक्ष की स्थापना की जायेगी . अनुमंडल पदाधिकारी ने बताया कि गोपालगंज और हथुआ अनुमंडल में नियंत्रण कक्ष सुबह छह बजे से रात आठ बजे तक कार्य करेगा.
बिहार बंद के दौरान जिले के अलग-अलग स्थानों पर प्रतिनियुक्त पुलिस पदाधिकारी और दंडाधिकारी दूरभाष के माध्यम से अपनी खैरियत रिपोर्ट नियंत्रण कक्ष के माध्यम से वरीय पदाधिकारियों को उपलब्ध करायेंगे.
बिहार बंद को लेकर अस्पताल प्रशासन को भी सजग रहने की हिदायत जिला प्रशासन की ओर से दी गयी है. बंद के दौरान जहां सदर अस्पताल के ओपीडी और इमरजेंसी वार्ड में चिकित्सक व कंपाउंडर ड्रेसर सभी अपनी ड्यूटी को लेकर चुस्त दुरुस्त रहेंगे.