गोपालगंज :महंगाई की मार ने रसोई में किचकिच शुरू कर दी है. प्याज की महंगाई अब तक लोगों की आंखों से आंसू निकाल रही थी, अब उसी राह पर आलू भी चल रहा है. गत 12 व 13 दिसंबर को हुई बारिश ने नये आलू का स्वाद बिगाड़ दिया है. गोपालगंज में हर दिन तीन से चार हजार क्विंटल आलू की सप्लाइ होती है. सर्दी का मौसम आते ही नये आलू की आवक तेज हो जाती है, जिससे इसके साथ ही साथ दाम भी घटते हैं.
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प्याज की राह चला आलू, गरीब बेहाल
गोपालगंज :महंगाई की मार ने रसोई में किचकिच शुरू कर दी है. प्याज की महंगाई अब तक लोगों की आंखों से आंसू निकाल रही थी, अब उसी राह पर आलू भी चल रहा है. गत 12 व 13 दिसंबर को हुई बारिश ने नये आलू का स्वाद बिगाड़ दिया है. गोपालगंज में हर दिन तीन […]
लेकिन, इस बार आवक कमजोर होने के कारण पुराने आलू की कीमत पर ही नया आलू भी मिल रहा है. मंडी के दाम के अनुसार पुराना आलू इन दिनों 20 से 25 रुपये तथा नया आलू 28 से 30 रुपये किलो के दाम पर मिल रहा है. गरीबों पर महंगाई की मार पड़ी है. गरीब अब क्या खाये क्या करें समझ में नहीं आ रहा है. बंजारी रोड के आलू कारोबारी रामप्रवेश प्रसाद ने बताया कि जो ग्राहक प्रतिदिन दो किलो आलू खरीदते थे अब एक किलो में काम चला रहे हैं.
बारिश से बढ़ रहे दाम
बड़ी बाजार के सब्जी कारोबारी रमेश गुप्ता की मानें तो बारिश का असर 15 दिन बाद बाजार में दिखाई देना शुरू करता है. जिन खेतों में पानी भरा है, वहां फसल खराब होने के बाद मंडी में आवक घटेगी. मांग ज्यादा और सप्लाइ कम होने के कारण आलू का दाम प्रभावित होगा. किसान जब तक आलू निकाल कर बाजार में नहीं पहुंचायेंगे, तब तक रेट में कमी की उम्मीद नहीं है.
हरी सब्जी पर भी दिख सकता है असर
आढ़तियों का कहना है कि बारिश के कारण हरी सब्जी पर भी दाम का असर दिख सकता है. जिन सब्जियों के एक से दो दिनों में खराब होने का खतरा होता है, बारिश के कारण उनकी फसल पर भी असर दिखाई देगा.
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