गोपालगंज : कायाकल्प कार्यक्रम के तहत बेहतर स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध कराने में उचकागांव सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र को प्रदेश में पहला स्थान मिला है. स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक पदाधिकारी लोकेश कुमार ने 15 लाख रुपये देकर पुरस्कृत भी किया है. जिला स्वास्थ्य समिति के अध्यक्ष सह डीएम राहुल कुमार ने बताया कि स्वास्थ्य समिति की ओर […]
गोपालगंज : कायाकल्प कार्यक्रम के तहत बेहतर स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध कराने में उचकागांव सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र को प्रदेश में पहला स्थान मिला है. स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक पदाधिकारी लोकेश कुमार ने 15 लाख रुपये देकर पुरस्कृत भी किया है. जिला स्वास्थ्य समिति के अध्यक्ष सह डीएम राहुल कुमार ने बताया कि स्वास्थ्य समिति की ओर से चलाये गये कायाकल्प कार्यक्रम के तहत उचकागांव सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र को प्रथम स्थान मिला है.
वहीं, औरंगाबाद के मदनपुर सीएचसी को दूसरा स्थान प्राप्त हुआ है. उन्होंने बताया कि जिला स्तर पर मोतिहारी के सदर अस्पताल को प्रथम पुरस्कार मिला है. जिला अस्पताल को प्रथम पुरस्कार के रूप में 50 लाख की राशि देने की घोषणा की गयी है. गौरतलब है कि हर साल स्वास्थ्य समिति की ओर से कायाकल्प कार्यक्रम के तहत अस्पतालों का चयन किया जाता है. इस बार उचकागांव सीएचसी के अलावा कुचायकोट सीएचसी को भी पुरस्कृत करने के लिए भेजा गया था.
स्वास्थ्य समिति ने जताया हर्ष : उचकागांव सीएचसी को राज्य में प्रथम स्थान मिलने पर जिला स्वास्थ्य समिति के डॉक्टरों व कर्मियों ने हर्ष जताया है. सिविल सर्जन डॉ एके चौधरी ने कहा कि बेहतर स्वास्थ्य सेवा के रूप में यह पुरस्कार मिला है. सभी सीएचसी व अनुमंडल के अलावा सदर अस्पताल में स्वास्थ्य सेवाओं को और दुरुस्त करने का प्रयास किया जा रहा है.
स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक पदाधिकारी लोकेश कुमार ने दिया 15 लाख का पुरस्कार
2016 में भी मिला था पुरस्कार
उचकागांव सीएचसी को वर्ष 2016 में भी पुरस्कृत किया गया था.
तब उचकागांव पीएचसी था. अस्पताल में बेहतर स्वास्थ्य सेवा के साथ ही मरीजों को बैठने के लिए वेटिंग हॉल और पार्क से सुसज्जित किया गया है. सफाई के अलावा मॉडल सीएचसी में कई अतिरिक्त सुविधाएं हैं.
सफाई, दवा व सुविधाओं के आधार पर हुआ चयन
उचकागांव सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जिले का मॉडल अस्पताल है. यहां सफाई से लेकर मरीजों के लिए गार्डेन व पार्क की व्यवस्था है. विशेषज्ञ डॉक्टरों के अलावा स्वास्थ्यकर्मी भी यूनिफॉर्म में रहते हैं. बेड पर रंगीन चादर के अलावा सभी प्रकार की दवाएं स्वास्थ्य टीम को उपलब्ध मिली थीं. इसलिए सीएचसी को प्रथम श्रेणी का दर्जा दिया गया.