सासामुसा : चीनी मिल हादसे के आरोपित चीनी मिल मालिक महमूद अली और उनके दोनों बेटों की जमानत याचिका खारिज हो चुकी है. चीनी मिल मालिकों की जमानत नहीं मिलने से मिल में कार्यरत 856 से अधिक मजदूरों के भविष्य पर संकट मंडराने लगा है. मजदूरों ने मंगलवार को चीनी मिल के गेट पर आंदोलन की रणनीति तैयार की.
मजदूरों को किसानों का साथ मिल गया है. बुधवार को सैकड़ों की संख्या में मजदूर और किसान गोपालगंज शहर के मिंज स्टेडियम से प्रदर्शन करते हुए समाहरणालय का घेराव करेंगे. मिल मजदूरों ने चरणबद्ध आंदोलन का फैसला लिया है. इसके तहत चीनी मिल चालू होने तक अपने आंदोलन को जारी रखने का निर्णय लिया. चीनी मिल को लेकर किसान भी मजदूरों के साथ खड़ा है. किसानों का कहना है कि चीनी मिल के हादसा के लिए जो जिम्मेदार हैं उन पर कार्रवाई हो,
लेकिन चीनी मिल को चालू कराया जाये. चीनी मिल हादसे में जिनकी मौत हुई उनके परिजनों को मुआवजा मिले. जो घायल हैं, उन्हें बेहतर इलाज की मांग करते हुए इस आंदोलन को किसान सफल बनाने में जुटे हैं. बैठक में मुख्य रूप से चीनी मिल मजदूर हरेंद्र यादव, बलवंत सिंह, सुशील यादव, श्रीनिवास दुबे, रमेश यादव रामनाथ प्रसाद आदि ने रणनीति तैयार कर स्पष्ट किया.