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जर्जर बेड व मेडिकल कचरा, संक्रमण का खतरा

सेहत से िखलवाड़. मरीजों के वार्ड में पसरा है कचरा, नहीं हो रही नियमित सफाई गोपालगंज : सदर अस्पताल में मेडिकल कचरे का नियमित उठाव नहीं हो रहा है. मेडिकल कचरे से मरीजों पर संक्रमण का खतरा है. बर्न वार्ड से इमरजेंसी में उठ रही बदबू ने मरीजों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं. ‘प्रभात खबर’ […]

सेहत से िखलवाड़. मरीजों के वार्ड में पसरा है कचरा, नहीं हो रही नियमित सफाई

गोपालगंज : सदर अस्पताल में मेडिकल कचरे का नियमित उठाव नहीं हो रहा है. मेडिकल कचरे से मरीजों पर संक्रमण का खतरा है. बर्न वार्ड से इमरजेंसी में उठ रही बदबू ने मरीजों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं. ‘प्रभात खबर’ ने मंगलवार को सदर अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में पड़ताल की़ इसमें कई मामले सामने आये़ इमरजेंसी में महिला का इलाज कराने आये परिजन को बदबू से रहा नहीं गया. नाक पर रूमाल बांध कर बाहर निकल गये. इमरजेंसी वार्ड में बाथरूम से लेकर शल्य कक्ष में गंदगी भरी पड़ी थी.
वहीं, लेबर वार्ड की पूछिए मत. कागज में तीन बार सफाई की जाती है, लेकिन हकीकत कुछ और ही है. प्रसव वार्ड में सबसे अधिक नवजात शिशुओं पर संक्रमण का खतरा मेडिकल कचरे से रहता है.
ब्लीचिंग का छिड़काव नहीं होता : अस्पताल में नालों पर ब्लीचिंग पाउडर हर दिन छिड़कना है. फिनायल तेल से वार्डों की साफ-सफाई करनी है, ताकि बदबू न रहे, लेकिन सदर अस्पताल में ऐसा नहीं किया जा रहा है. इमरजेंसी वार्ड के मुख्य गेट पर दोपहर में मेडिकल कचरा खुले में फेंक दिया गया था. निडिल गलती से भी किसी के पैर में हल गयी, तो संक्रमण से बचना मुश्किल होगा. इतना ही नहीं, इमरजेंसी व लेबर वार्ड में बेड पर खून का धब्बा पड़ा रहता है. साफ-सफाई नहीं होने से मरीज बैठने से कतराते हैं.
लाखों की एक्सरे मशीन खराब : सदर अस्पताल में सरकार की ओर से लाखों रुपये की लागत से एक्सरे मशीन लगायी गयी, लेकिन यह मशीन पिछले तीन साल से मामूली फॉल्ट के कारण जंग खा रही है. स्वास्थ्य विभाग प्राइवेट में मशीन को रख मरीजों का एक्सरे करा रहा है. एक्सरे संचालक की मानें, तो 19 माह से इस मद में भुगतान के लिए राशि का आवंटन भी नहीं हो सका है.
सदर अस्पताल
डॉक्टर – 17
टेक्नीशियन, नर्स और स्टॉफ -100
अस्पताल में वार्ड- 17
हजार से ज्यादा मरीज
सात सौ से एक हजार की ओपीडी
क्या है जरूरत
अस्पताल की साफ-सफाई में सुधार की जरूरत
अस्पताल में खराब उपकरणों को चालू कराया जाये
मरीजों को मिलनेवाले भोजन में गुणवत्ता दी जाये
इमरजेंसी वार्ड में जीवनरक्षक दवाओं की जरूरत
-अस्पताल में मरीज व डॉक्टरों की सुरक्षा भी जरूरी
क्या हैं कमियां
डॉक्टर ड्यूटी के दौरान पूरा समय नहीं दे पाते
ट्रॉमा वाहन व एंबुलेंस रखरखाव के कारण खराब
महंगे उपकरण मामूली फॉल्ट के कारण पड़े हैं खराब
शव दाहगृह नहीं होने से इमरजेंसी में रहता है शव
जांच कर होगी कार्रवाई
अस्पताल उपाधीक्षक डॉ पीसी प्रभात ने कहा कि मुझे जानकारी नहीं है. किस कारण से उपकरण खराब हैं. अगर ऐसी बात है, तो तत्काल इस समस्या को दूर किया जायेगा. उन्होंने कहा कि सफाई एजेंसी को नियमित सफाई करने व ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव करने का निर्देश दिया गया है. लापरवाही मिलने पर कार्रवाई की जायेगी.
डॉ पीसी प्रभात,डीएस

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