बोधगया: धर्मारण्य के पास छह एकड़ सरकारी जमीन पर कब्जा कर बौद्ध मोनास्टरी के निर्माण के लिए बनायी गयी चहारदीवारी को हटाने गयी पुलिस पर वहां मौजूद बौद्ध भिक्षुओं ने हमला कर दिया़ इसमें कई पुलिसकर्मियों को चोटें आयीं व थानाध्यक्ष नरेश कुमार भी घायल हो गये. उनके द्वारा बांस, डंडे व पथराव कर किये गये हमले में थानाध्यक्ष का सिर भी फट गया. बोधगया सीओ शैलेंद्र कुमार के नेतृत्व में कब्जा हटाने पहुंची पुलिस को कुछ भी बोलने का वक्त भिक्षुओं ने नहीं दिया़ चहारदीवारी तोड़ने लाये गये अर्थमूवर को भी क्षतिग्रस्त कर दिया. सूचना के बाद अतिरिक्त पुलिसकर्मियों को भेजा गया.
डीएसपी रविशंकर प्रसाद, सतीश कुमार व सदर एसडीओ विकास जायसवाल के साथ मगध विवि थानाध्यक्ष निशांत कुमार, चेरकी थानाध्यक्ष अरुण कुमार, चंदौती थानाध्यक्ष चंद्रभानु भी पहुंचे. थानाध्यक्ष की पिटाई किये जाने से बकरौर, सिलौंजा आदि के ग्रामीण भी चहारदीवारी के गेट को तोड़ते हुए अंदर प्रवेश कर गये.
पदाधिकारियों ने मामले को नियंत्रित करते हुए करीब छह भिक्षुओं को हिरासत में लिया गया़ सीओ ने बताया कि छह एकड़ जमीन बिहार सरकार की है व इसे कतिपय दलालों के माध्यम से खरीद-बिक्री की गयी है. कहीं से कागजात भी बना लिये गये हैं़ भिक्षुओं ने जवानों के हथियार भी झपट लिये थे. बाद में सदर एसडीओ की मौजूदगी में चहारदीवारी को अर्थमूवर के माध्यम से तोड़ा गया़ करीब चार घंटे तक अफरातफरी का माहौल बना रहा.
14 लोगों पर मुकदमा
पुलिसकर्मियों पर हमला बोलने व पथराव करने के आरोप में 14 लोगों पर बोधगया थाने में मामला दर्ज किया गया है. थानाध्यक्ष नरेश कुमार ने बताया कि इनमें कंबोडिया के भिक्षु व अन्य शामिल हैं. चार भिक्षुओं को हिरासत में रखा गया है.