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4.40 लाख लूटने की थी योजना

4.40 लाख लूटने की थी योजनाफोटो-रमना रोड में लुटेरों ने हथियार दिखा कर दो लोगों को घेरा : फ्फ्लैग स्कूटर से बैंक जा रहे थे सुधा दूध एजेंसी के दो कर्मचारीराहगीरों के हस्तक्षेप के बाद बाइक छोड़ भागे तीनों लुटेरेबरामद बाइक अगस्त, 2015 में प्रोफेसर कॉलोनी से हुई थी चोरीवरीय संवाददाता, गयाशहर के रमना रोड […]

4.40 लाख लूटने की थी योजनाफोटो-रमना रोड में लुटेरों ने हथियार दिखा कर दो लोगों को घेरा : फ्फ्लैग स्कूटर से बैंक जा रहे थे सुधा दूध एजेंसी के दो कर्मचारीराहगीरों के हस्तक्षेप के बाद बाइक छोड़ भागे तीनों लुटेरेबरामद बाइक अगस्त, 2015 में प्रोफेसर कॉलोनी से हुई थी चोरीवरीय संवाददाता, गयाशहर के रमना रोड में गुरुवार को दोपहर बाद करीब ढाई बजे तीन लुटेरों ने हथियार दिखा कर स्कूटर से जा रहे सुधा दूध एजेंसी के दो कर्मचारी विनोद शंकर व मनोज कुमार सिन्हा से 4.40 लाख रुपये लूटने का प्रयास किया. लेकिन, राहगीरों के हस्तक्षेप के कारण लुटेरे अपने मंसूबे पर सफल नहीं हो सके. राहगीरों द्वारा हमला किये जाने के कारण लुटेरे हीरो ग्लैमर नामक बाइक (नंबर बीआर 2वी 2464) छोड़ कर पैदल ही एक गली होते हुए जीबी रोड की ओर भाग निकले. सूचना पाकर सिविल लाइंस थाने की पुलिस घटनास्थल पर पहुंची और लुटेरों के भागनेवाली दिशा में छानबीन भी की. पुलिस ने लुटेरों की बाइक जब्त कर थाने ले गयी. पीछा कर रहे थे बाइक सवार तीन लुटेरेकर्मचारी मुफस्सिल थाना क्षेत्र के सिद्धार्थपुरी कॉलोनी के रहनेवाले मनोज कुमार सिन्हा (मूल रूप से आरा जिले के जमालपुर के रहनेवाले) ने बताया कि वह विगत एक वर्ष से सुधा दूध की एजेंसी में कामकाज कर रहे हैं. गुरुवार की दोपहर करीब 2.35 बजे वह अपने साथ सहयोगी पुरानी गोदाम-मुरारपुर के रहनेवाले विनोद शंकर के साथ टावर चौक स्थित कार्यालय से 4.40 लाख रुपये लेकर स्कूटर से गांधी मैदान के पास एक्सिस बैंक में जमा करने जा रहे थे. रुपये स्कूटर की डिक्की में रखे थे. स्कूटर को विनोद शंकर चला रहे थे. डिक्की में 12-13 लाख रुपये होने की बात सुन दौड़े राहगीर मनोज ने बताया कि वे रमना रोड से गुजर रहे थे. इसी दौरान पीछे से एक बाइक से आये तीन युवकों ने उन्हें ओवरटेक करते हुए रोका और गाली-गलौज करते हुए रिवॉल्वर दिखा कर हाथापाई शुरू कर दी. युवक मारपीट करते हुए स्कूटर को राजकीय कन्या स्कूल की ओर ले जाने लगे, तब उन्हें समझ में आया कि लुटेरे डिक्की में रखे रुपये लूटना चाहते हैं. उन्होंने शोर मचाते हुए कहा कि स्कूटर की डिक्की में 12-13 लाख रुपये रखे हैं और ये तीनों लुटेरे उसे लूटना चाहते हैं. यह सुन कर राहगीर उन लुटेरों पर टूट पड़े. राहगीरों को द्वारा हमला किये जाने पर तीनों लुटेरे बाइक छोड़ कर भाग निकले. मनोज ने बताया कि एक राहगीर ने ही उन्हें सिविल लाइंस थाने का मोबाइल नंबर दिया. सूचना पर पहुंची सिविल लाइंस थाने की पुलिस ने मामले की छानबीन की.गोह के रहनेवाले शिक्षक की है बाइक घटनास्थल से बरामद लुटेरों की बाइक के बारे में जिला परिवहन कार्यालय से जांच करायी गयी, तो वह चोरी की निकली. बाइक पर लगे नंबर प्लेट, इंजन व चेचिस नंबर के अाधार पर उसके मालिक की पहचान की गयी, तो पाया गया कि मोटरसाइकिल पर नंबर प्लेट बदला हुआ है. इंजन व चेसिस नंबर के अाधार पर बाइक के मालिक की पहचान औरंगाबाद जिले के गोह थाने के अकौना के रहनेवाले प्रोफेसर भोलानाथ सिंह (गोह के ठाकुर बीडी सिन्हा जनता कॉलेज में पोस्टेड) के बेटे शिक्षक दीपक कुमार (गोह के अहियापुर मध्य विद्यालय में पोस्टेड) के रूप में हुई. वहीं, बाइक पर लगे नंबर प्लेट (बीआर 2वी 2464) डेल्हा इलाके के केदार सिंह के नाम पर रजिस्टर्ड है. वह कोई दूसरी गाड़ी है. चोरों ने नंबर प्लेट बदल दिया था. केदार सिंह से पूछताछ की गयी, तो पता चला कि उनकी मोटरसाइकिल घर पर थी. इससे पहले सिटी डीएसपी ने बाइक के मालिक दीपक कुमार से पूछताछ की तो पता चला कि उनकी बाइक अगस्त 2015 में रामपुर थाना क्षेत्र के प्रोफेसर कॉलोनी से चोरी हुई थी. इस मामले में दीपक ने रामपुर थाने में प्राथमिकी (कांड संख्या-198/15) दर्ज करायी थी. उन्होंने बताया कि जिस समय उनकी बाइक चोरी हुई थी, तब वह अपने परिवार के साथ अर्जुन सिंह के मकान में रहते थे. फिलहाल, वह अशोकनगर स्थित मॉडर्न एकेडमी के सामने मंदिर के पास रंजन सिंह के मकान में रहते हैं. बाइक के बारे में जानकारी लेने वे कई बार थाने गये थे. फोटो एलबम के आधार पर अपराधियों की पहचान की कोशिश सिटी डीएसपी ने कोतवाली इंस्पेक्टर नीहार भूषण, डेल्हा इंस्पेक्टर चेतनानंद झा, रामपुर इंस्पेक्टर गौरी शंकर गुप्ता, मुफ्स्सिल इंस्पेक्टर सोना प्रसाद सिंह व विष्णुपद इंस्पेक्टर सुनील कुमार सिंह से अपराधियों का फोटो एलबम मंगवाया और सूधा दूध एजेंसी के दोनों कर्मचारियों को अपराधियों की पहचान करने को कहा. लेकिन, एलबम में तीनों लूटेरे के फोटो नहीं थे. पुलिस पदाधिकारी गुरुवार की शाम पुन: दोनों कर्मचारियों के साथ रमना रोड स्थित घटनास्थल पर पहुंचे और आसपास के लोगों से भी पूछताछ की. गया व आसपास के ही रहनेवाले हैं लुटेरे : सिटी डीएसपीसिटी डीएसपी आलोक कुमार सिंह ने बताया कि तीनों लुटेरे गया शहर व आसपास के इलाके के ही रहनेवाले हैं. अपराधियों की शिनाख्त की कोशिश हो रही है. लूटने से बचे रुपयों को कर्मचारी विनोद शंकर व मनोज कुमार सिन्हा को ही सौंप दिया गया. घटनास्थल से बरामद बाइक पिछले साल प्रोफेसर कॉलोनी से चोरी हुई थी. बाइक के मालिक दीपक कुमार से भी पूछताछ की गयी है. उन्होंने बताया कि इस मामले में कटिहार के कोढ़ा गिरोह का नाम आ रहा है, लेकिन, बाइक सवार लुटेरों ने जिस तरह लूट को अंजाम देने की कोशिश की, वह स्टाइल कोढ़ा गिरोह का नहीं है. कोढ़ा गिरोह के सदस्य झपट्टा मार कर या धोखे से बाइक की डिक्की से रुपये निकल लेते हैं. मामले में कई बिंदुओं पर छानबीन की जा रही है.

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