गया: जमीन जीवन से भी मूल्यवान हो गयी है. इसके लिए जान-लेने-देने का सिलसिला जारी है. अब खिजरसराय ऐसी ही एक घटना का गवाह बना है. खिजरसराय थाना क्षेत्र के सोनास गांव में पांच लड़कियों की नृशंस हत्या के पीछे 43 डिसमिल जमीन की खरीद-बिक्री का मामला सामने आया है. इसका खुलासा पांच पोतियों को खो चुकीं मोती राज देवी व उनके बेटे भरत भूषण ने किया है. उन लोगों ने बताया कि जमीन शंभु सिंह की है. जमीन खरीदने के लिए नवीन सिंह भी लगे हुए थे. लेकिन, 19 नवंबर को उनके तीनों बेटों-शशि भूषण सिंह, भरत भूषण सिंह व विपिन सिंह (पिता-पवित्र नारायण सिंह) ने करीब साढ़े तीन लाख रुपये में यह जमीन रजिस्ट्री करवा ली. इससे नवीन सिंह को गहरा झटका लगा.
उनका आरोप है कि नवीन ने उनके परिवार को तंग करने के लिए शंभु सिंह व उनकी पत्नी चंचल देवी को समझा-बुझा कर अपने झांसे में ले लिया और जमीन की रजिस्ट्री से जुड़े अधिकारियों से संपर्क करना शुरू किया. नवीन ने शंभु व उनकी पत्नी के माध्यम से कई अधिकारियों के पास जमीन की रजिस्ट्री गलत तरीके से करा लेने से संबंधित शिकायत भी की. अधिकारियों को बताया गया कि पवित्र नारायण सिंह के तीनों बेटों ने शंभु सिंह को बहला-फुसला कर जमीन की रजिस्ट्री करा ली. इनके द्वारा एक रुपया भी नहीं दिया गया है. पीड़ितों का कहना है कि नवीन के बहकावे में शंभु व उनकी पत्नी आ गये. प्रशासनिक अधिकारियों के पास शिकायत करने पर कोई कार्रवाई नहीं हुई, तो नवीन ने झूठे केस में फंसा कर पुलिस द्वारा कार्रवाई कराने की योजना बनायी. अपनी योजना के मुताबिक, बुधवार की सुबह नवीन व शंभु सिंह खिजरसराय थाना गये और चंचल देवी के साथ दुष्कर्म का प्रयास व मारपीट करने से संबंधित मामलों में उनके परिजनों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज करवाने का प्रयास किया. लेकिन, वे सफल नहीं हुए. उनकी प्राथमिकी वहां नहीं ली गयी. तब, नवीन व शंभु सिंह ने चंचल देवी को अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल व जयप्रकाश नारायण अस्पताल में घायल होने का बहाना बना कर भरती होने का प्रयास किया और प्राथमिकी दर्ज कराने की कोशिश की गयी.
इस संबंध में एएसपी अशोक कुमार सिंह ने बताया कि 43 डिसमिल जमीन की खरीद-बिक्री का मामला सामने आया है. यह जमीन शंभु सिंह की थी. इस जमीन को खरीदने में सोनास के रहनेवाले पवित्र नारायण सिंह के तीनों बेटे शशि भूषण सिंह, भरत भूषण सिंह व विपिन सिंह और एक अन्य परिवार के नवीन सिंह लगे थे. हत्या के बाद छानबीन में यह मामला प्रकाश में आया है. इस बिंदु पर जांच की जा रही है. पुलिस गिरफ्त में आये नवीन सिंह के भाई आनंद सिंह से पूछताछ की जा रही है. वैसे, पुलिस हत्या के सटीक कारणों का पता लगाने में जुटी हुई है.