पायलटों को रनवे का ठीक से अंदाजा नहीं लग पाता है व दुर्घटनाओं की संभावना बनी रहती है. उन्होंने कहा कि दिल्ली जैसे शहर में भी मकान बनाने के लिए एयरपोर्ट ऑथोरिटी से एनओसी लेना पड़ता है. इस कारण गया एयरपोर्ट के आसपास भी मकान बनाने से पहले एनओसी लेना होगा. बैठक के दौरान एयरपोर्ट के आसपास मृत जानवरों को फेंकने से रोकने व चहारदीवारी के बाहर पैट्रोलिंग कराने के लिए मगध मेडिकल थानाध्यक्ष लालबिहारी पासवान से भी कहा गया.
सलाहकार समिति की बैठक में एमपी, डायरेक्टर के साथ ही पूर्व विधायक सच्चिदानंद प्रसाद, बोधगया विधायक के प्रतिनिधि मोहम्मद डॉ शमीम अहमद, होटल एसोसिएशन बोधगया के अध्यक्ष जय सिंह, मिडिल पथ टूर एंड ट्रैवल्स से विनोद सिंह, शशि टूर एंड ट्रैवल्स से रवि सिंह, आइवी के असिस्टेंट डायरेक्टर एसपी श्रीवास्तव, सीआइएसएफ के असिस्टेंड कमांडेंट एस चक्रवर्ती, होटल रॉयल रेजिडेंसी से रणधीर कुमार, सदस्य अजय कुशवाहा, सतीश कुमार व एयरपोर्ट के अन्य पदाधिकारी मौजूद थे.