13.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

लाखों रुपये खर्च, पर नहीं मिला पानी !

लाखों रुपये खर्च, पर नहीं मिला पानी !फोटो- 01,02 – पानी के इंतजार में सूखे पड़े नल व अन्य.2006 में ग्रामीण जलापूर्ति योजना के तहत 88 लाख रुपये से बनाया गया था जल आपूर्ति केंद्र1985 में बिछायी गयी पाइप लाइन के क्षतिग्रस्त होने के कारण शुद्ध पेयजल बन सपना प्रतिनिध, बेलागंजनगर प्रखंड क्षेत्र चाकंद में […]

लाखों रुपये खर्च, पर नहीं मिला पानी !फोटो- 01,02 – पानी के इंतजार में सूखे पड़े नल व अन्य.2006 में ग्रामीण जलापूर्ति योजना के तहत 88 लाख रुपये से बनाया गया था जल आपूर्ति केंद्र1985 में बिछायी गयी पाइप लाइन के क्षतिग्रस्त होने के कारण शुद्ध पेयजल बन सपना प्रतिनिध, बेलागंजनगर प्रखंड क्षेत्र चाकंद में शुद्ध पेयजल आपूर्ति के लिए 2006 में ग्रामीण जलापूर्ति योजना के तहत लगभग 88 लाख रुपये की लागत से जल आपूर्ति केंद्र की स्थापना हुई. इसका उद्घाटन 2010 में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने किया था, लेकिन चाकंद के लोगों को आज भी शुद्ध पेयजल नसीब नहीं हो पाया है. पीएचइडी द्वारा लाखों रुपये खर्च करने के बावजूद चाकंद में ग्रामीण जलापूर्ति योजना कारगर साबित नहीं हुई. चाकंद सहित आसपास के गांवों में जलमिनार से पानी की आपूर्ति नहीं होती है. लोगों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने के प्रति सांसद व विधायक कभी गंभीर नहीं दिखे. यही कारण है कि चाकंद एपीएचसी के पास जलमीनार शोभा की वस्तु बनकर खड़ा है. गरमी के मौसम में चाकंद के लोग पीने के पानी के लिए तरसते हैं. जल आपूर्ति केंद्र से चाकंद बाजार के मुहल्लों व गांवों तक वर्ष 1985 में बिछायी गयी पाइप लाइन के क्षतिग्रस्त होने के कारण पानी सप्लाइ की योजना टांय-टांय फिस्स साबित हुई है. चाकंद बाजार, चाकंदडीह, हसनपुर, राणाडीह व उतरौध के लोग आज भी शुद्ध पानी के लिए तरसते हैं. चाकंद बाजार के अशोक चौरसिया, चाकंदडीह के नारायण तांती, हसनपुर के जैलेंद्र सिंह, राणाडीह के हरि पासवान व उतरौध के मिथिलेश पासवान ने कहा चाकंद व आसपास के गांवों में पेयजल उपलब्ब्ध कराने के लिए सरकारी स्तर पर लाखों रुपये खर्च करने बाद भी वाटर पोस्ट तक आज तक पानी नहीं पहुंच पाया है. इस संबंध में पीएचइडी के सहायक अभियंता को फोन कर जानकारी लेने का प्रयास किया गया. रिंग जाती रही, पर सहायक अभियंता ने कॉल रिसीव नहीं किया.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें