गया: झारखंड के चतरा लोकसभा क्षेत्र से सांसद रहे धीरेंद्र अग्रवाल भूमिगत हो गये हैं. उतर प्रदेश की पुलिस उन्हें सरगरमी से तलाश कर रही है. शनिवार को उतर प्रदेश से आये सब इंस्पेक्टर एपी सिंह ने गया व मानपुर शहर में स्थित पूर्व सांसद की गिरफ्तारी को लेकर उनके कई ठिकानों पर गया पुलिस के सहयोग से छापेमारी की, लेकिन पूर्व सांसद गया शहर के रामपुर थाना क्षेत्र की एपी कॉलोनी स्थित अपने मकान नंबर 187 से गायब मिले. सब इंस्पेक्टर ने पूर्व सांसद के सभी ठिकानों व शहर में कई स्थानों व रामपुर थाने के परिसर में उनकी फरारी और पूर्व सांसद के बारे में सूचना देनेवालों और उन्हें गिरफ्तार कराने पर उचित इनाम देने से संबंधित इश्तिहार चिपकाये.
18 करोड़ किसानों का बकाया : सब इंस्पेक्टर ने बताया कि सहारनपुर जिले के गागलहेड़ी थाना क्षेत्र में मेसर्स दया इंजीनियरिंग स्लीपर लिमिटेड की दया चीनी मिल है. शुरुआती दौर में चीनी मिल पूर्व सांसद के परिजनों ने खोली गयी थी, लेकिन बाद में इस चीनी मिल के प्रोपराइटर धीरेंद्र अग्रवाल बन गये. वर्ष 2011 में किसानों से लिये गये गन्ने की कीमतों का भुगतान नहीं किया गया.
किसानों के करीब 18 करोड़ रुपये बकाया था. बाद में इस चीनी मिल के नाम पर करीब 60 करोड़ रुपये इंडियन ओवरसीज बैंक से लोन ले लिये गये, लेकिन बैंक के रुपये का भी भुगतान नहीं हो रहा है. इस मामले को लेकर 23 अक्तूबर, 2012 में पूर्व सांसद के विरुद्ध गागलहेड़ी थाने में कांड संख्या 287/12 में आइपीसी की धारा 406, 409, 419, 420 (बी) और 3/7 इसी एक्ट के तहत प्राथमिकी दर्ज की गयी है. इस मामले की जांच की जा रही है.
किसानों ने दी है आत्मदाह की धमकी : सब इंस्पेक्टर ने बताया कि पूर्व सांसद की करतूत से सहारनपुर जिले के 80 गांवों के करीब 50 हजार किसान प्रभावित हैं. इन किसानों का करीब 18 करोड़ रुपये पूर्व सांसद के पास बकाया है. ये सभी किसान करीब 72 दिनों से दया शुगर मिल के पास अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे हैं. कुछ किसानों ने आत्मदाह करने की भी धमकी दी है. यह मामला वर्ष 2012 में ही उतर प्रदेश में काफी चर्चा में था. इस मामले की जांच करने व किसानों को रुपये लौटाने को लेकर लखनऊ मुख्यालय, पुलिस व बैंक के अधिकारी कई महीनों से लगे हैं.
झारखंड में भी होगी छापेमारी
सब इंस्पेक्टर ने बताया कि इंडियन ओवरसीज बैंक के मुख्य क्षेत्रीय प्रबंधक वाइएस नेगी ने चीनी मिल में की गयी गड़बड़ी को लेकर सीबीआइ से शिकायत की है. सूत्रों के मुताबिक, सीबीआइ भी मामले पर नजर रख रहा है. उन्होंने बताया कि पूर्व सांसद के सभी ठिकानों पर छापेमारी की जा रही है. अब उनकी संपत्ति कुर्क की जायेगी. इसके पहले इश्तिहार चिपकाने की एक कानूनी प्रक्रिया थी. उसे पूरी कर ली गयी. उन्होंने बताया कि झारखंड में भी पूर्व सांसद का ठिकाना है. गया के बाद झारखंड में ही उनके ठिकानों पर छापेमारी की जायेगी.