गया: शहर में लाइटों की मरम्मत नहीं होने के लिए नगर आयुक्त ने मेयर को जिम्मेवार ठहराया है. नगर आयुक्त दया शंकर बहादुर ने 10 अक्तूबर को जिला पदाधिकारी को पत्र लिख कर उनसे मार्गदर्शन मांगा है.
पत्र में कहा गया है कि शहर में रोशनी की व्यवस्था को ठीक करने के लिए कनीय अभियंताओं की टीम बनायी गयी थी. इसके बाद मरम्मत के लिए सामान की आपूर्ति कराने का आदेश जारी किया गया था. इसी के तहत पितृपक्ष मेले के दौरान लाइटों की मरम्मत करायी गयी थी. अन्य क्षेत्रों में लाइटों की मरम्मत करायी जानी है. सामान की आपूर्ति का भुगतान करने के लिए मेयर के पास स्वीकृति लेने की फाइल भेजी गयी है, लेकिन अब तक उनके द्वारा स्वीकृति नहीं दी गयी है. भुगतान नहीं होने की वजह से आपूर्तिकर्ताओं ने सामान उपलब्ध कराना बंद कर दिया है. ऐसे में लाइटों की मरम्मत कैसे होगी.
नगर आयुक्त ने मेयर विभा देवी को पत्र लिख कर 10 सितंबर को हुई बैठक की कार्यवाही पुस्तिका में फेरबदल किये जाने पर नाराजगी जतायी है. उन्होंने कहा कि बोर्ड की बैठक के दौरान लिये गये कई निर्णयों को मेयर द्वारा हटा दिया गया है. ऐसी स्थिति में अगली बोर्ड की बैठक में पार्षद इस मुद्दे पर हंगामा कर सकते हैं. इससे अनावश्यक रूप से विवाद बढ़ेगा. नगर आयुक्त ने इस तरह के विवाद से बचने के लिए बैठक के दौरान ही कार्यवाही लिखे जाने की व्यवस्था करने और बैठक खत्म होने के तुरंत बाद कार्यवाही पुस्तिका सदस्यों को देने की व्यवस्था करने की मांग की है.