12.5 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

जनाना अस्पताल में सब है सिवाय महिला डॉक्टर के

डॉ पूजा प्रधान एकमात्र महिला डॉक्टर नर्सिंग स्टाफ पर ही निर्भर रहते हैं मरीज गया : लेडी एल्गीन जनाना अस्पताल के नाम से चर्चित प्रभावती अस्पताल डॉक्टरों की कमी से जूझ रहा है. कभी महिला मरीजों से भरे रहनेवाले वार्डों में इक्के-दुक्के मरीज ही नजर आते हैं. एकमात्र महिला डॉक्टर पूजा प्रधान ओपीडी ड‌्यूटी के […]

डॉ पूजा प्रधान एकमात्र महिला डॉक्टर
नर्सिंग स्टाफ पर ही निर्भर रहते हैं मरीज
गया : लेडी एल्गीन जनाना अस्पताल के नाम से चर्चित प्रभावती अस्पताल डॉक्टरों की कमी से जूझ रहा है. कभी महिला मरीजों से भरे रहनेवाले वार्डों में इक्के-दुक्के मरीज ही नजर आते हैं.
एकमात्र महिला डॉक्टर पूजा प्रधान ओपीडी ड‌्यूटी के साथ-साथ इमरजेंसी ड्यूटी व परिवार नियोजन (बंध्याकरण) की जिम्मेवारी संभाल रही हैं. शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ राम अजय प्रसाद पर दिन के दो बजे से रात के आठ बजे तक व एनेस्थिटक डॉ राम नरेंद्र प्रसाद पर रात के आठ बजे से सुबह के आठ बजे तक अस्पताल की जिम्मेवारी होती है.
इन्हें प्रसव के पहले से लेकर प्रसव के बाद तक महिला मरीजों का ख्याल रखना पड़ता है. यह अलग बात है कि डॉक्टर 24 घंटे अस्पताल में उपलब्ध नहीं रहते. मरीजों को नर्सिंग स्टाफ पर ही निर्भर रहना पड़ता है. बावजूद इसके अस्पताल प्रशासन का दावा है कि अगस्त माह में 15 सीजेरियन, 1162 नॉर्मल डिलिवरी व 21 बंध्याकरण हुए हैं. अस्पताल के वार्डों में 53 बेड लगे हैं. इनमें बुधवार को मात्र 10 मरीज ही भरती मिले. 43 बेड खाली पाये गये.
नर्सिंग स्टाफ के भरोसे आ रहे कुछ मरीज : अस्पताल में ड्यूटी पर तैनात ए-ग्रेड नर्सिंग स्टाफ मंजु सेठ व चंचला कुमारी की मानें, तो डॉक्टर की कमी के कारण महिला मरीजों का अस्पताल में आना लगभग बंद ही हो गया है. नर्सिंग स्टाफ के भरोसे कुछ मरीज आ रहे हैं. सामान्य स्थिति होने पर उन्हें भरती कर लिया जाता है, वरना वे खुद लौट जाते हैं.
महिला डॉक्टरों की कमी अहम कारण : अस्पताल प्रबंधक विमलेश कुमार भी कमोबेश अस्पताल की इस दयनीय स्थिति के लिए महिला डॉक्टरों की कमी को जिम्मेवार ठहराते हैं. उन्होंने बताया कि किसी प्रकार अस्पताल में चिकित्सा व्यवस्था को बनाये रखने का असफल प्रयास किया जा रहा है.
उन्होंने सभी ओपीडी को मिला कर अगस्त माह में करीब पांच हजार मरीजों का इलाज होने का दावा किया. इनमें महिला ओपीडी, शिशु ओपीडी व सामान्य ओपीडी के मरीज भी शामिल हैं.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें