बोधगया : महाबोधि मंदिर सहित बोधगया के अन्य स्थानों पर सात जुलाई को हुए सीरियल बम विस्फोटों के बाद यहां के मंदिरों में सन्नाटा पसरा रहता था, लेकिन इन दिनों पितृपक्ष में आये पिंडदानियों से बोधगया गुलजार है.
महाबोधि मंदिर सहित विभिन्न मंदिरों में श्रद्धालुओं का तांता लगा रह रहा है और पिंडदान आदी कर्मकांड के बाद बोधगया के मंदिरों में दर्शन–पूजा कर रहे हैं. महाबोधि मंदिर सहित धर्मारण्य व मातंगवापी में भी कर्मकांड किये गये. पर, बुद्ध की ज्ञानभूमि पर स्थित विभिन्न देशों के अलग–अलग रूप–रंगों में स्थापित मंदिर व मूर्तियां श्रद्धालुओं को आकर्षित कर रहे हैं.
लोग भगवान विष्णु के दर्शन के साथ ही बुद्ध का दर्शन करना नहीं भूल रहे हैं. हालांकि, बोधगया में बौद्धों का सालाना पूजा वर्षावास के समापन के बाद ही शुरू होता है. इस साल 23 अक्तूबर से पूजा का दौर शुरू हो रहा है. इस दौरान बौद्ध तीर्थयात्रियों व पर्यटकों की आवाजाही भी बढ़ जायेगी.
पर्यटन पर आधारित व्यवसाय में तेजी आयेगी. पर, इससे पहले पितृपक्ष मेले में यहां आये पिंडदानियों ने बोधगया के व्यवसाय में थोड़ी जान डाल दी. इसके कारण होटलों, रेस्टोरेंट व फुटपाथ पर सामान बेचने वालों की भी कमाई बढ़ गयी है.