गया: डॉ पंकज कुमार गुप्ता व उनकी पत्नी शुभ्रा गुप्ता के अपहरण मामले में पकड़ाये गिरोह के सरगना अजय सिंह व उसके आठ सहयोगियों को 11 मई को गया लाया जायेगा. गुरुवार को गोमतीनगर थाने की पुलिस ने अपहर्ताओं के विरुद्ध आर्म्स एक्ट सहित कई धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज की और उन्हें लखनऊ कोर्ट में पेश किया. मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी के आदेश पर सरगना अजय सिंह व उसके साथियों को जेल भेज दिया गया.
इधर, एसएसपी मनु महाराज के निर्देश पर गुरुवार को लखनऊ पहुंचे शेरघाटी के डीएसपी अजय कुमार सिंह व बाराचट्टी के इंस्पेक्टर रवि प्रकाश सिंह ने लखनऊ कोर्ट में अपहर्ताओं को बाराचट्टी थाने के अपहरण के दो कांडों में रिमांड पर देने का आग्रह किया. डीएसपी व इंस्पेक्टर के आवेदन पर सीजेएम कोर्ट में शुक्रवार या शनिवार का सुनवाई होगी.
एसएसपी मनु महाराज ने बताया कि 23 जनवरी को बाराचट्टी थाने के जीटी रोड इलाके से अपहृत सासाराम के कारोबारी रविरंजन सिंह व एक मई को उसी इलाके से अपहृत डॉ गुप्ता व उनकी पत्नी के मामले में बाराचट्टी थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी गयी थी. इन दोनों मामलों में अपहर्ताओं के गिरोह के सरगना अजय सिंह व उनके साथियों से कई बिंदुओं पर पूछताछ करनी जरूरी है. इस कारण, लखनऊ कोर्ट में रिमांड पर लेने के लिए आवेदन दिया गया है. संभावना है कि कोर्ट से आदेश मिलने के बाद सोमवार यानी 11 मई तक सभी अपहर्ताओं को गया लाया जा सकेगा.
लखनऊ से लौटे सिटी एसपी . डॉ गुप्ता व उनकी पत्नी की बरामदगी को लेकर दो मई को लखनऊ गये सिटी एसपी राकेश कुमार अपनी टीम के साथ गुरुवार को लखनऊ से गया के लिए रवाना हो गये. सिटी एसपी ने बताया कि छापेमारी के दौरान शारदा अपार्टमेंट में अजय सिंह के फ्लैट से कई सामान सहित हथियार भी मिले थे. हथियार मिलने के कारण यूपी की एसटीएफ ने गोमतीनगर थाने में प्राथमिकी दर्ज करने की बात कही. इस मामले में दोनों राज्यों की पुलिस के वरीय अधिकारियों से बातचीत हुई, तब गोमतीनगर थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी गयी.