गया: एएनएमएमसीएच में हड़ताल से उत्पन्न हुई समस्याओं को कवरेज करने के लिए कुछ रिपोर्टर शुक्रवार को इमरजेंसी वार्ड में पहुंचे. इस दौरान इमरजेंसी वार्ड में जूनियर डॉक्टरों की हड़ताल व अस्पताल में व्याप्त समस्या को लेकर दो डॉक्टर आपस में उलझ गये. एक डॉक्टर का कहना था कि इमरजेंसी वार्ड व छात्रावास में बिजली व पानी की आपूर्ति एवं शौचालय की साफ-सफाई की व्यवस्था को लेकर जूनियर डॉक्टर हड़ताल पर चले गये.
इनके हड़ताल पर जाने के बाद अस्पताल प्रबंधन इमरजेंसी वार्ड व छात्रावास में बिजली व पानी की आपूर्ति एवं शौचालय की साफ-सफाई की व्यवस्था को ठीक करने में जुटा है. अगर यही काम पहले कर लिया गया होता, तो हड़ताल क्यों होती. इस पर दूसरे डॉक्टर ने जवाब दिया कि आप सीनियर हैं. जूनियर डॉक्टरों के नहीं आने से आपको काम करना पड़ रहा है, इसलिए आप जूनियर डॉक्टरों के पक्ष में बोल रहे हैं.
यह सुनते ही पहले वाले डॉक्टर साहब भड़क गये. उन्होंने अस्पताल प्रबंधन की पोल खोलते हुए कहा कि जूनियर डॉक्टर की बात छोड़िए, अस्पताल में जीवनरक्षक दवाएं भी उपलब्ध नहीं है. इसके लिए तो जूनियर डॉक्टर जिम्मेवार नहीं हैं. इस पर दोनों डॉक्टरों के बीच खूब नोक-झोंक हुई. बाद में यह मामला शांत हुआ.