इस बीच कॉलेज के शासी निकाय की बैठक में लिये गये निर्णय को एमयू द्वारा अनुमोदन नहीं दिया गया व कार्यरत प्रधानाचार्य की जगह पूर्व प्रभारी प्राचार्य को नियुक्त कर दिया गया. कुलपति को सौंपे गये ज्ञापन में शिक्षक व शिक्षकेतर कर्मचारियों ने आग्रह किया है कि कॉलेज के शासी निकाय द्वारा दो जनवरी को लिये गये निर्णय का अनुमोदन प्रदान किया जाये. साथ ही मांग की गयी है कि शासी निकाय द्वारा लिये गये निर्णय के आलोक में अध्यक्ष व सचिव के मनोनयन का अनुमोदन की जाये व एमयू द्वारा पूर्व में निर्गत पत्र (16. 9.14) के आलोक में डॉ रमेश प्रसाद वर्मा को प्राचार्य के पद पर की गयी नियुक्ति का अनुमोदन प्रदान की जाये. कुलपति से यह भी मांग की गयी है कि पूर्व प्रभारी प्राचार्य अर्धानंद शर्मा के हस्ताक्षर से परीक्षा से जुड़े कोई भी कार्य व परीक्षाफल आदि उपलब्ध नहीं करायी जाये.
धरने पर बैठे लोगों से गुरुवार की शाम प्रतिकुलपति प्रो कृतेश्वर प्रसाद ने मुलाकात की व शुक्रवार को कुलपति से मिल कर मांगों को रखने को कहा. इस बीच, धरने पर बैठे शिक्षक व कर्मचारियों के साथ दूसरे पक्ष के लोग भिड़ गये व मारपीट होने लगी. मामला उलझता देख एमयू के सुरक्षाकर्मियों ने मोरचा संभाला व झगड़ा शांत कराया. धरने में डॉ रमेश प्रसाद वर्मा, संघ के अध्यक्ष वीरेंद्र प्रसाद सिंह, डॉ कमल मिस्त्री, जगत प्रसाद, ओम प्रकाश, सुरेंद्र विश्वकर्मा आदि शामिल हैं.