गया: इंटरमीडिएट परीक्षा के दूसरे दिन गुरुवार को कदाचार के आरोप में 23 परीक्षार्थियों को परीक्षा से निष्कासित कर दिया गया. वहीं 810 परीक्षार्थी परीक्षा से अनुपस्थित रहे. सूत्रों की मानें तो अनुपस्थित 810 में ज्यादातर वैसे परीक्षार्थी हैं, जो दूसरे की जगह परीक्षा में बैठना चाहते थे.
लेकिन, सफल नहीं हो सके. डीइओ के कार्यालय से प्राप्त जानकारी के अनुसार पहली पाली में सभी परीक्षा केंद्रों पर आवंटित परीक्षार्थियों की संख्या 23359 थी. इनमें 799 अनुपस्थित पाये गये. 22560 परीक्षार्थियों ने परीक्षा में भाग लिया. इनमें 23 परीक्षार्थी कदाचार में लिप्त रहने के आरोप परीक्षा से निष्कासित कर दिये गये. निष्कासित परीक्षार्थियों में गया कॉलेज के आठ, चंद्रशेखर जनता कॉलेज के तीन, टिकारी राज इंटर स्कूल के एक, ठाकुर मुनेश्वर सिंह हाइस्कूल के दो, टिकारी प्रकाश विद्या मंदिर के दो, प्रतिभा बाल मंदिर, खिजरसराय के तीन, यशवंत हाइस्कूल, खिजरसराय के एक, प्रो कन्या होइस्कूल, खिजरसराय के दो व मध्य विद्यालय, खिजरसराय का एक परीक्षार्थी शामिल है.
दूसरी पाली में आवंटित 189 में से 158 परीक्षार्थी परीक्षा में शामिल हो सके. 31 अनुपस्थित थे. इधर, सूत्रों के अनुसार, बड़ी संख्या में फर्जी परीक्षार्थियों को निराशा हाथ लगी है. गहन छानबीन व पकड़े जाने की भय से फर्जी परीक्षार्थियों ने परीक्षा में बैठने से मना कर दिया है. बताया जाता है कि फर्जी परीक्षार्थी परीक्षा प्रवेश पत्र पर अपना फोटो लगा कर परीक्षा में बैठते हैं. केंद्राधीक्षक की मिलीभगत से कामयाब भी हो जाते हैं, लेकिन जिला प्रशासन के सख्त रवैये के कारण केंद्राधीक्षक ऐसा करने का हिम्मत नहीं जुटा पा रहे हैं. ज्यादातर परीक्षा केंद्रों पर कॉपी वितरण करने से पहले परीक्षा समिति द्वारा प्रवेश पत्र से परीक्षार्थियों का मिलान किया जा रहा है. मिलान नहीं होने या संदेह उत्पन्न होने की स्थिति में उन्हें परीक्षा हॉल से निकाल दिया जा रहा है.