मामला पहाड़पुर गणोश डीह के रामबली मांझी व उसकी पत्नी की हत्या का
फतेहपुर : फतेहपुर थाने के पहाड़पुर गणोशी डीह के रामबली मांझी व उनकी पत्नी की हत्या को लेकर कई तरह के कयास लगाये जा रहे हैं. इस हत्याकांड में तीन सगे भाइयों का नाम आने से पहाड़पुर बाजार के दुकानदारों व नामजद अपराधियों के शुभचिंतकों के बीच कई तरह की चर्चा हो रही है. लोगों का कहना है कि किसी ने उनको फंसाने के उद्देश्य से इस तरह का काम किया है. पहाड़पुर बाजार में इस बात की भी चर्चा है कि पंचायत चुनाव में अपनी राजनीतिक महत्वाकांक्षा को लेकर कुछ लोगों ने उसे फंसाने की चाल चली है.
वहीं चर्चा यह भी है कि चार माह पहले बमबम यादव द्वारा उसके भाई की जानलेवा हमला करने के एक आरोपित को प्रखंड मुख्यालय के समीप पकड़ कर फतेहपुर पुलिस को सौंप दिया था. एक कारण यह भी हो सकता है कि खीझ में उनका नाम लिया गया है. इस मामले में हकीकत जो भी हो वह पुलिस अनुसंधान के बाद ही पता चल पायेगा. गौरतलब है कि तीनों आरोपितों के पिता जगलाल यादव पहाड़पुर पंचायत के कई सालों तक मुखिया रहे थे. उनकी मौत के बाद उस इलाके में उनके बड़े बेटे बमबम यादव ने मुखिया पद पर अपना भाग्य दो बार आजमाया था. लेकिन, उन्हें पराजय का मुंह देखना पड़ा था. होली के बाद उसके भाई अनुज यादव को पहाड़पुर स्थित गणोशीडीह के कुछ लोगों ने पीट-पीट कर गंभीर रूप से घायल कर पहाड़पुर आहर में फेंक दिया था. करीब तीन माह तक पटना में उसका इलाज किया गया था. इस मामले में पांच लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करायी गयी थी. इसमें रामबली मांझी भी एक आरोपित था.