गया : यूपी की एक बैंक शाखा में जमा की गयी रकम से 16 लाख रुपये की निकासी के मामले में शुक्रवार को यूपी से आयी क्राइम ब्रांच की पुलिस ने कोतवाली थाने के पास सिम बेचनेवाले एक युवक को हिरासत में लिया.
उसकी निशानदेही पर पुलिस ने बेलागंज बाजार में छापेमारी की. पुलिस ने बेलागंज बाजार के अजीत कुमार नामक मोबाइल फोन के दुकानदार को पकड़ने की कोशिश की. लेकिन, वह पुलिस की चंगुल में नहीं आ सका. अजीत का लोकेशन पटना के महेंद्रू घाट में मिला. क्राइम ब्रांच की पुलिस तुरंत पटना के लिए रवाना हो गयी. सूचना है कि अगर अजीत पुलिस के हत्थे आ गया, तो रुपयों की निकासी के मामले से जुड़े कई रहस्य सामने आयेंगे.
बदला-बदला सा था व्यवहार : कोतवाली व बेलागंज इलाके में छापेमारी करने के पहले क्राइम ब्रांच की पुलिस शुक्रवार को शहर के राय काशीनाथ मोड़ स्थित आइसीआइसीआइ बैंक पहुंची. वहां मौजूद बैंक अधिकारियों का व्यवहार बदला-बदला था. बैंक अधिकारियों ने पुलिस टीम को हर प्रकार का सहयोग किया. सूचना है कि पुलिस टीम को जांच करने में असहयोग करने की सूचना आइसीआइसीआइ बैंक के वरीय अधिकारियों को लगी. वरीय अधिकारियों ने बैंक अधिकारियों का जम कर क्लास लिया और पुलिस टीम से माफी भी मांगने की नसीहत दे दी.
बीएसएनएल का वरीय अधिकारी बता कर ठगी का है मामला : जानकारी के अनुसार, उत्तर प्रदेश के इटावा के रहनेवाले एक बड़े कारोबारी से एक युवक ने अपने आप को बीएसएनएल (भारत संचार निगम लिमिटेड) का वरीय अधिकारी बता कर गुमराह किया और उनसे 16 लाख रुपये की ठगी बैंक अधिकारियों की मिलीभगत से की है.
इस मामले में इटावा में प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है. इसी मामले की जांच कर रहे क्राइम ब्रांच के सब इंस्पेक्टर संतोष कुमार व टेक्निकल सेल के पुलिस पदाधिकारी फिरोज खान गया पहुंचे और मामले की छानबीन कर रहे हैं. पुलिस एक मोबाइल सिम के जरिये ठगी करनेवाले युवक तक पहुंचने की कोशिश कर रही है.