गया: गया-बोधगया रिवर साइड रोड पर मगध मेडिकल थाना क्षेत्र के केंदुआ गांव के पास बुधवार की सुबह एक धार्मिक स्थल की घेराबंदी को लेकर दो पक्षों में जम कर तू-तू मैं-मैं हुई. इसके बाद दोनों पक्षों के बीच पथराव शुरू हो गया. इसमें दो गुटों के चार-चार लोग घायल हो गये.
घटना की जानकारी पाते ही केंदुआ के पड़ोसी गांव केंदुई गांव के रहने वाले महाबोधि मंदिर प्रबंधकारिणी समिति के सदस्य डॉ अरविंद कुमार सिंह, वार्ड पार्षद संतोष कुमार सिंह सहित कई बुद्धिजीवी वहां पहुंचे और दोनों पक्षों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन दोनों पक्ष अपनी बातों पर अड़े थे.
एक पक्ष का कहना था कि धार्मिक स्थल के पास चहारदीवारी के निर्माण में हाथ लगाया गया था, लेकिन कुछ लोगों ने उनके साथ र्दुव्यवहार किया और चहारदीवारी निर्माण कार्य को जबरन रोकने का प्रयास किया. जिस जमीन पर चहारदीवारी बनाने की योजना बनायी गयी है, वह वर्षो से उनके धार्मिक स्थल के अधीन है, लेकिन दूसरे पक्ष का लोगों को कहना था कि जिस जमीन पर चहारदीवारी देने का प्रयास किया गया, वह गैरमजरूआ जमीन है. चहारदीवारी के निर्माण हो जाने से आने-जाने का रास्ता पूरी तरह से बंद हो जायेगा.
इससे संबंधित कागजात भी उपलब्ध हैं. इसी बात को लेकर दोनों पक्षों के लोग आपस में घंटों उलझते रहे. इस दौरान गया-बोधगया रिवर साइड के रोड पर सड़क जाम की स्थिति कायम हो गयी. वाहनों का परिचालन रुक गया. अधिकतर लोग अपने वाहनों को पीछे घुमा कर बाइपास के रास्ते दोमुहान होते बोधगया गये. बोधगया से गया आने वाले वाहन डहेरिया बिगहा मोड़ से मोनिया गांव होते टेकुना फार्म निकले और शहर पहुंचे.
निर्माण पर रोक, कागजात मांगे
एक ही गांव के दो पक्षों के बीच हुए तनाव की सूचना पर सिटी डीएसपी राकेश कुमार, सदर एसडीओ मकसूद आलम, नगर अंचल के सीओ शैलेंद्र कुमार, मगध मेडिकल थानाध्यक्ष जयशंकर कुमार, बोधगया थाने के प्रभारी थानाध्यक्ष पवन कुमार, रामपुर थाने के थानाध्यक्ष मधुसूदन कुमार सहित अन्य अधिकारी वहां पहुंचे और उग्र लोगों को समझा-बुझा कर शांत कराया. सदर एसडीओ ने फिलहाल चहारदीवारी निर्माण पर रोक लगा दी और गुरुवार की दोपहर एक बजे दोनों पक्षों को जमीन से संबंधित कागजात लेकर कार्यालय में उपस्थित होने का निर्देश दिया. सिटी डीएसपी व सदर एसडीओ के आश्वासन के बाद दोनों पक्ष के लोग शांत हुए और वहां स्थिति को नियंत्रित किया गया.
मजिस्ट्रेट व पुलिस तैनात
केंदुआ गांव में धार्मिक स्थल की चहारदीवारी निर्माण को लेकर हुए विवाद को जिलाधिकारी बाला मुरुगन डी ने गंभीरता से लिया. डीएम ने इस स्थान पर स्थिति नियंत्रण में होने तक तीनों शिफ्टों में तीन मजिस्ट्रेट व पुलिस पदाधिकारियों को तैनात किया है. साथ ही एसएसपी गणोश कुमार के निर्देश पर मगध मेडिकल थाने में तैनात पुलिस पदाधिकारियों को मजिस्ट्रेट के साथ ड्यूटी देने का निर्देश दिया है.
दर्ज होगी प्राथमिकी
मगध मेडिकल थानाध्यक्ष जय शंकर कुमार ने बताया कि चहारदीवारी निर्माण व रास्ते की मांग को लेकर दोनों पक्षों में विवाद हुआ है. समझाने के बाद स्थिति नियंत्रण में है. दोनों पक्षों के चार-चार लोग घायल हुए हैं. उनका इलाज कराया गया. इस मामले में दोनों ओर से प्राथमिकी दर्ज करायी जायेगी. घटनास्थल पर पर्याप्त संख्या में पुलिस बलों को तैनात किया गया है.