गया : पावन रमजान महीने के 20 वें दिन असर(शाम पांच बजे की) नमाज के साथ अल्लाह का विशेष इबादत (रमनाजुल इतेफाक) शनिवार की शाम से शुरू हो जायेगी. इस दौरान अल्लाह की विशेष इबादत करने वाले नमाजी असर के नमाज के समय से मसजिद में प्रवेश कर जायेंगे. महिलाएं जो इस तरह की इबादत के साथ रोजा रखेंगी व घर में ही सबसे अलग अपनी व्यवस्था रख कर अल्लाह की इबादत में लग जायेंगे. ऐसे नमाजी सिर्फ ईद के चांद के दीदार तक सिर्फ अल्लाह की इबादत में लगे रहेंगे.
किसी से कोई सामाजिक व राजनीतिक या अन्य किसी प्रकार का गुफ्तगू(बातचीत) नहीं करेंगे. यह 20वें रोजा के असर के नमाज के साथ ही शुरू हो जाता है. यूं रमजान का महीना ऐसे भी पाक माना जाता है. बड़ी पवित्रता के साथ यह त्योहार मनाया जाता है. बताते हैं कि हर एक मुसलमान को अपने जीवन में इस तरह की इबादत करनी होती है. इससे अल्लाह-त-आला ज्यादा खुश हो जाते हैं.