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एई के विरुद्ध समिति सदस्य लामबंद
गया : नगर निगम सशक्त स्थायी समिति की बैठक मेयर वीरेंद्र कुमार की अध्यक्षता में सोमवार को निगम सभागार में हुई. बैठक में पत्र देकर समिति के सदस्य विनोद कुमार यादव, चुन्नू खां, मनोज कुमार, स्वर्णलता वर्मा व उषा देवी ने सहायक अभियंता पर आठ गंभीर आरोप लगाये. सदस्यों ने कहा कि प्रभारी सहायक अभियंता […]
गया : नगर निगम सशक्त स्थायी समिति की बैठक मेयर वीरेंद्र कुमार की अध्यक्षता में सोमवार को निगम सभागार में हुई. बैठक में पत्र देकर समिति के सदस्य विनोद कुमार यादव, चुन्नू खां, मनोज कुमार, स्वर्णलता वर्मा व उषा देवी ने सहायक अभियंता पर आठ गंभीर आरोप लगाये. सदस्यों ने कहा कि प्रभारी सहायक अभियंता शैलेंद्र कुमार मूल रूप से वरीयता सूची के निचले पायदान के कनीय अभियंता हैं, इनके द्वारा कभी भी बोर्ड व सशक्त स्थायी समिति के निर्णयों पर अमल नहीं किया जाता है, इन्होंने डी-सिल्टिंग मशीन की फाइल पर नियम से हट कर वित्तीय टिप्पणी की है, इनके कारण निगम द्वारा कंपनी को करीब 75 लाख रुपये नियम के विपरीत जाकर एडवांस दिया गया.
बोर्ड व अधिकारियों के आदेश-निर्देश का पालन इनके द्वारा नहीं किया जाता है. इसके साथ ही इनके समय पर फाइल का निष्पादन नहीं करने से निगम क्षेत्र का विकास अवरुद्ध हो गया है. इस मामले में डिप्टी मेयर मोहन श्रीवास्तव ने कहा कि इंजीनियर शैलेंद्र को दिये गये सभी अतिरिक्त प्रभार को वापस लेने का प्रस्ताव पारित किया गया है. इसके साथ ही इन्हें मूल पद कनीय अभियंता व जनसंख्या का काम देखने की जिम्मेदारी दी जाती है.
कार्यालय में होती रही तरह-तरह की चर्चा : निगम सशक्त स्थायी समिति द्वारा प्रभारी सहायक अभियंता पर कार्रवाई के प्रस्ताव पारित होने के बाद निगम कार्यालय परिसर में तरह-तरह की चर्चाएं होती रहीं. कोई कह रहा था कि निगम बोर्ड व स्टैंडिंग ने कई तरह के निर्णय पहले भी लिये हैं, लेकिन अधिकारी ही उनके निर्णय के अनुपालन के लिए पत्र नहीं निकालते हैं. पहले भी इन मामलों को लेकर अधिकारी व बोर्ड के सदस्यों में कई बार टकराव हो चुका है. इस बार भी कम ही उम्मीद है कि सदस्यों द्वारा इतने गंभीर आरोप लगाये जाने के बाद कार्रवाई हो पायेगी.
इन्होंने भी रखी अपनी बात : समिति सदस्य स्वर्णलता वर्मा ने कहा कि खरखुरा तालाब से सड़क पर हो रहे जलजमाव के कारण बहुत किरकिरी हो रही है. इस पर डिप्टी मेयर ने वार्ड के कनीय अभियंता को कहा कि जल्द ही इसका कोई समाधान निकालें. समिति सदस्य उषा देवी ने कहा कि डोम टोली के पास निगम की खाली पड़ी जमीन पर दुकान बनाने का प्रस्ताव पिछले बार ही पारित किया जा चुका है. उसके बाद भी यहां अब तक सर्वे नहीं किया जा सका है. नगर आयुक्त डॉ ईश्वर चंद्र शर्मा ने मार्केट शाखा प्रभारी दिनकर प्रसाद को जल्द एस्टिमेट बना कर प्रस्तुत करने का निर्देश दिया. इसके साथ ही नगर आयुक्त ने कहा कि किसी भी काम में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जायेगी. समय पर सभी काम का निष्पादन हर हाल में होनी चाहिए.
बैठक में ये रहे शामिल : समिति की बैठक में मेयर वीरेंद्र कुमार, डिप्टी मेयर मोहन श्रीवास्तव, नगर आयुक्त डॉ ईश्वर चंद्र शर्मा, समिति के सदस्य अबरार अहमद, स्वर्णलता वर्मा, विनोद कुमार यादव, उषा देवी, चुन्नू खां, कार्यपालक अभियंता केपी देव, सिटी मैनेजर विष्णु प्रभाकर लाल, त्रिपुरारी शरण संजय, लेखा पदाधिकारी गौतम कुमार, राजस्व पदाधिकारी विजय कुमार सिन्हा, सफाई प्रभारी शैलेंद्र कुमार सिन्हा, सहायक अभियंता विनोद प्रसाद, मनोज कुमार, कनीय अभियंता दिनकर प्रसाद, देवनंदन प्रसाद, सुबोध सिंह, अक्षय कुमार, अजय सिंह, जयप्रकाश आदि मौजूद थे.
पितृपक्ष में तीन करोड़ खर्च करने का प्रस्ताव
23 सितंबर 2018 से शुरू होने वाले विश्व प्रसिद्ध पितृपक्ष मेले की तैयारी की चर्चा स्टैंडिंग कमेटी की बैठक में की गयी. इसमें सफाई व्यवस्था, जल आपूर्ति व्यवस्था, लाइटिंग, मास्क, ड्रेस, मेला क्षेत्र में रोड नाली का निर्माण व साफ-सफाई, तालाबों के रंग रोगन पर करीब तीन करोड़ रुपये खर्च करने का प्रस्ताव लाया है. बैठक में डिप्टी मेयर मोहन श्रीवास्तव ने कहा कि मेले के दौरान यहां आनेवाले पिंडदानियों को किसी तरह की तकलीफ का सामना नहीं करना पड़े, इस बात का पूरा ख्याल रखा जायेगा. उन्होंने कहा कि हर क्षेत्र व व्यवस्थाओं की जिम्मेदारी अलग-अलग स्तर पर निगम के विभिन्न अधिकारियों को दी जायेगी. एक सितंबर से पहले सारी तैयारी पूरी कर ली जायेगी. इसके साथ ही बैठक में 15 अगस्त के मौके पर चौक-चौराहों पर रंग-रोगन व नगर निगम परिसर में सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित करने का निर्णय लिया गया है.
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