गया: भारतीय जनता पार्टी के नेता पार्टी के प्रधानमंत्री के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी की सभा में हुए हंगामे का ठीकरा जिला प्रशासन पर फोड़ रहे हैं. भाजपा नेता इस कुव्यवस्था को जिला प्रशासन की कमजोर व्यवस्था बता रहे हैं.
विधान पार्षद कृष्ण कुमार सिंह उर्फ कुमार बाबू ने बयान जारी कर इस हंगामे के लिए राज्य सरकार तक को जिम्मेदार ठहरा दिया. उनके अनुसार राज्य सरकार के इशारे पर जिला प्रशासन ने मनमाने ढंग से व्यवस्था की थी. पुलिस द्वारा दर्शकों पर बल प्रयोग करना ही इस हंगामे की वजह थी. जिला अध्यक्ष जैनेंद्र कुमार इस हंगामे को युवकों का अति उत्साह बता रहे हैं. उनके अनुसार युवकों में मोदी को देखने के लिए इतना उत्साह था कि उन्होंने ही मजबूत बैरिकेडिंग को तोड़ डाला. दूसरी तरफ भीड़ द्वारा जूते-चप्पल फेंके जाने के मामले को जिला अध्यक्ष विपक्षी दलों की साजिश बता रहे हैं.
संगठन को भी बताया जिम्मेवार
इधर, भारतीय जनता युवा मोरचा के प्रदेश कार्यसमिति सदस्य राजीव कुमार कन्हैया ने पार्टी के जिला इकाई को ही इस व्यवस्था के लिए जिम्मेवार ठहरा दिया. उन्होंने बयान जारी कर कहा कि जिला संगठन के अधिकारियों ने मीडिया पास के नाम पर आम लोगों को भी वजिर्त क्षेत्र में प्रवेश कराया. इससे भी अराजकता की स्थिति बनी. उन्होंने कहा कि मोदी की सभा में हंगामा जिला संगठन की कार्यप्रणाली पर प्रश्नचिह्न् खड़ा कर रहा है.
नरेंद्र मोदी की सभा में सुरक्षा व्यवस्था के लिए तैयार की गयी बैरिकेडिंग की जिम्मेवारी पूरी तरह से भाजपा की थी. जिला प्रशासन के साथ 25 मार्च को भाजपा के वरीय नेताओं के साथ बैठक में भी इस बात की चर्चा की गयी थी. इसमें मोदी के सभा में सभी महत्वपूर्ण बैरिकेडिंग का इंतजाम भाजपा जिलाध्यक्ष के जिम्मे था. बैठक में स्पष्ट रूप से कहा गया था कि बैरिकेडिंग के लिए मजबूत लकड़ी के बल्लों का प्रयोग किया जाना है. बावजूद इसके दर्शकदीर्घा की बैरिकेडिंग में बांस का प्रयोग किया गया. इस मामले में जिलाध्यक्ष जैनेंद्र कुमार ने अपना पल्ला झाड़ लिया और कहा कि युवकों में मोदी को लेकर अति उत्साह था, ऐसे में वे किसी भी बैरिकेडिंग को नहीं मानते.