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जमीन का पता नहीं बन रहा डीपीआर निगम. जलापूर्ति को बनने हैं 10 जलमीनार

दरभंगा : नगर निगम क्षेत्र में 10 जलमीनार बनने हैं. इसके लिए स्थानों को चिह्नित कर लिया गया है. निर्माण एजेंसी को डीपीआर बनाने से लेकर कार्य पूरा करने को राशि भी दी जा चुकी है. और इधर हाल यह है कि अभी तक चिह्नित किये गये स्थल को ले संबंधित पक्ष से अनापत्ति प्रमाण-पत्र […]

दरभंगा : नगर निगम क्षेत्र में 10 जलमीनार बनने हैं. इसके लिए स्थानों को चिह्नित कर लिया गया है. निर्माण एजेंसी को डीपीआर बनाने से लेकर कार्य पूरा करने को राशि भी दी जा चुकी है. और इधर हाल यह है कि अभी तक चिह्नित किये गये स्थल को ले संबंधित पक्ष से अनापत्ति प्रमाण-पत्र तक प्राप्त नहीं हुआ है. चिह्नित किये गये जगहों में से एक जगह पर भी निर्माण शुरू करने की स्थिति में निगम नहीं है. कहा जाए तो जलमीनार निर्माण के लिए चिह्नित जमीन पर कार्य प्रारंभ करने का हक अबतक निगम को प्राप्त नहीं हुआ है.

उधर, बिहार राज्य जल पर्षद को डीपीआर समेत निर्माण पूरा करने को ले निगम 79.76 करोड़ रुपये भी दे चुका है. अमृत योजना के तहत अगस्त माह में जलापूर्ति के लिए जल पर्षद को डीपीआर तैयार करने का काम दिया गया था. जल पर्षद ने करीब 65 करोड़ रुपये का प्राक्कलन तैयार कर निगम को उपलब्ध करा दिया. इसमें जलमीनार के साथ-साथ बोरिंग का भी प्रावधान किया गया है.

मात्र दो जगहों से आया जवाब
चिह्नित किये गये 10 स्थानों में से मात्र दो जगह से निर्माण को लेकर पत्र निगम को अबतक प्राप्त हुआ है. वार्ड 27 की चिह्नित जमीन के लिए डीएमसीएच ने स्वास्थ्य विभाग से पत्राचार करने को निगम से कहा. वहीं पीएचइडी ने जमीन उपलब्ध नहीं होने का जवाब निगम को भेज दिया. शेष जगहों से कोई जवाब निगम को प्राप्त नहीं हुआ है.
चिह्नित जगहों से नहीं मिला अनापत्ति पत्र
आठ जगहों पर उद्घाटन की बाट जोह रहा जलमीनार
पीएचइडी द्वारा जलापूर्ति के लिए आठ जगहों पर स्थानों पर जलमीनार का निर्माण किया गया है. जलमीनारों का निर्माण कार्य तो पूरा कर लिया गया है पर अभी तक इसका लाभ नगरवासियों को नहीं मिल पा रहा है. सैदनगर जेल के निकट, वाटर वेज ऑफिस, इस्माइल गंज, पीएचइडी कार्यालय के पीछे, मिल्लत कॉलेज, लक्ष्मीसागर स्थित पशुपालन परिसर, महात्मा गांधी कॉलेज एवं जिला स्कूल के निकट महीनों पूर्व तैयार होने के बाद भी जलमीनार को चालू नहीं किया गया है. पाइप लाइन में अधूरा काम होने आदि को लेकर यह स्थिति बनी है. जलमीनार जिस अवस्था में है उसी अवस्था में निगम आजिज आकर हस्तगत कर सकता है.
निर्माण के लिए चिह्नित किये गये स्थल
जलमीनार एवं बोरिंग के लिए चिह्नित स्थानों में वार्ड 12 में पुलिस लाइन स्थित लनाविवि की खाली पड़ी जमीन या पशुपालन विभाग में से कोई एक, बेला मोड़ स्थित संस्कृत विवि का खाली डबरा, वार्ड 18 में गौशाला सोसायटी की जमीन, वार्ड 27 में बेंता थाना एवं नाला के उत्तर डीएमसीएच की खाली जमीन, वार्ड नंबर 28 में हरिजन छात्रावास के उत्तर मदारपुर स्थित डाईंग एवं फिनिंसिंग प्लांट, वार्ड 29 में पीएचइडी कार्यालय का खाली भू-भाग, वार्ड 24 में नीम चौक स्थित शिक्षा कार्यालय की खाली जमीन आदि शामिल हैं.

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