दरभंगा : आरटीआइ कार्यकर्ता रोहित यादव को ललित नारायण मिथिला विवि परिसर में दौड़ा कर पीटा गया है. भू-संपदा विभाग के पास से उसे पीटा जाने लगा और जब तक वो कुलपति कार्यालय में नहीं पहुंच गया, तब तक उसकी पिटाई की जाती रही. इस दौरान मौके पर विवि थानाध्यक्ष अमरेंद्र ठाकुर पहुंच गये, जिन्होंने […]
दरभंगा : आरटीआइ कार्यकर्ता रोहित यादव को ललित नारायण मिथिला विवि परिसर में दौड़ा कर पीटा गया है. भू-संपदा विभाग के पास से उसे पीटा जाने लगा और जब तक वो कुलपति कार्यालय में नहीं पहुंच गया, तब तक उसकी पिटाई की जाती रही. इस दौरान मौके पर विवि थानाध्यक्ष अमरेंद्र ठाकुर पहुंच गये,
जिन्होंने आक्रोशित छात्रों को समझाया. छात्रों की ओर से रोहित यादव पर प्राथमिकी के लिए आवेदन दिया गया है. छात्र समागम के दर्जन भर छात्र विवि में कुलपति को रोहित के खिलाफ आवेदन देने आये थे. इन छात्रों में से मो इंजमामुल हक व मो नजीफुर्रहमान ने विवि थाने में आवेदन दिया है, जिसमें लिखा है कि हम लोग 28 नवंबर को डीएसडब्ल्यू कार्यालय में मो नसीफुर्रहमान, तारिक रहमानी व मो कलाम के साथ गये थे. हम लोग डीएसडब्ल्यू के पास एक छात्र के नामांकन में गड़बड़ी में सुधार को लेकर बात कर रहे थे. इसी बीच मौके पर रोहित यादव पहुंच गये और वो हम लोगों से अपशब्द कहने लगे. इस दौरान हम लोगों का नाम पाक खुफिया एजेंसी आइएसआइ तक से जोड़ दिया.
आवेदन में लिखा है कि रोहित के आरोपों को लेकर हम लोग मंगलवार को कुलपति के शिकायत करने गये थे. आवेदन देकर हम लोग लौट रहे थे. इसी दौरान विवि के दक्षिणी गेट के पास रोहित हम लोगों को पिस्टल दिखा कर धमकाने लगा. इसके बाद उसने तारिक व रहमानी से घड़ी व दो हजार रुपये छीन लिया. विवि थानाध्यक्ष ने बताया कि आवेदन में लगाये गये आरोपों की जांच कर आगे की कार्रवाई की जायेगी.
वहीं, बताया जा रहा है कि छात्रों ने जब रोहित को पीटना शुरू किया,
तो वह कुलपति कार्यालय की ओर भागने लगा, लेकिन छात्र उसे लगातार पीट रहे थे. वह भाग रहा था और भागते हुये कुलपति कार्यालय में घुस गया. कुलपति कार्यालय के गेट पर तैनात गार्डों ने पिटाई कर रहे छात्रों को रोक लिया और उन्हें अंदर नहीं जाने दिया. इस तरह से कुलपति कार्यालय में छुप कर रोहित ने खुद को बचाया.
बिना वजह पीटा गया: रोहित ने बताया कि उसे कई लडकों ने बिना वजह पीटा है. मेरा इलाज डीएमसीएच में चल रहा है. मैंने संभावित हमले को लेकर दो दिन पहले ही एसएसपी, एसडीओ को जानकारी दी थी.