दरभंगा : कस्तूरबा कर्मियों का आमरण अनशन मंगलवार को दूसरे दिन भी जारी रहा. मौके पर आयोजित सभा को संबोधित करते हुए माले राज्य कमेटी सदस्य अभिषेक कुमार ने कहा कि पूर्व के बिहार सरकार के सामान्य प्रशासन विभाग के संविदा, अनुबंध, मानदेय पर कार्यरत कर्मियों के पदों पर हो रही स्थायी नियुक्ति के दौरान उनके अनुभव व उम्र का वेटेज देने (भार अंक) का स्पष्ट आदेश है,
लेकिन जिला प्रशासन तमाम नियम को नजरअंदाज कर दस सालों से कार्यरत कर्मियों को ही बहाली की प्रक्रिया से ही छांट दिया है. कस्तूरबा विद्यालय के कर्मियों का चल रहे अनशन की सुधि लेने का भी समय डीइओ व जिला परियोजना पदाधिकारी के पास समय नहीं हैं. माले इस व्यवहार की निंदा करती है. अनशन पर बैठी रामपूजन चौधरी और साबित्री देवी की स्थिति बिगड़ रही है, लेकिन अभी तक डॉक्टर की टीम भी देखने नहीं आयी है.