तारडीह : प्रखंड परिसर में बुधवार को बीएलबीसी की बैठक हुई. इसमें नावार्ड के डीडीएमएस के मजूमदार एवं एलडीएम सीबीआइ जीएन चौधरी ने भाग लिया. इसके आलावा क्षेत्र में कार्यरत सभी बैंक के शाखा प्रबंधक मौजूद थे. बैठक का मुख्य उद्देश्य प्रखंड में कार्यरत बैंक के साथ समन्वय एवं अन्य विभागों के साथ बैंक का व्यवहार था. सभी बैंकों से उनके बैंक द्वारा दी जाने वाली सुविधा तथा लोन पर चर्चा हुई. डीडीएम नावार्ड एसके मजूमदार ने कहा कि एसएचजी को मदद कर गांव में महिलाओं को सबल कर उन्हें आर्थिक मजबूती दी जा सकती है.
समूह की महिला लोन लेकर कोई व्यवसाय कर धन कमा सकती हैं, लेकिन लोन के बाद समय पर इसे चुकाने की आदत भी डालनी होगी. नावार्ड हर तरह से मदद करेगी. बैंक केसीसी समय पर दे तथा उसकी रिकवरी समय पर करे इन बातों को बताते हुए एलडीएम श्री चौधरी न कहा कि केसीसी हो या एसएचजी लोन, बैंक अवश्य दे, पर रिकवरी कैसे होगी यह सोचना होगा. जो किसान लोन लिए हैं वे लोन चुकाना नहीं चाहते उनपर कार्रवाई तक हो सकती है. बैंक अपने स्तर से लेन-देने से पहले हर पहलू की जांच कर ले, तब जाकर लोन दे. जीविका के उसी समूह को लोन दिया जाएगा, जिनके खाते में कम से कम एक हजार रुपया तक जमा हो. बैठक में बीडीओ महताब अंसारी ने कुछ बातों पर चर्चा करते बैंक के साथ प्रखंड के सम्नवय पर बात की.