बहादुरपुर : प्रखंड के पूर्वी क्षेत्र में पेयजल संकट ने विकराल रुप धारण कर लिया है. इस संकट के बीच भोज का आयोजन करने के लिए उघरा निवासी को चार किलोमीटर दूर से पानी मंगवाना पड़ा.
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भोज के लिए चार किमी दूर से ड्राम में मंगाया पानी
बहादुरपुर : प्रखंड के पूर्वी क्षेत्र में पेयजल संकट ने विकराल रुप धारण कर लिया है. इस संकट के बीच भोज का आयोजन करने के लिए उघरा निवासी को चार किलोमीटर दूर से पानी मंगवाना पड़ा. उघरा के मदन झा के पोते का मुंडन 11 जुलाई को थी. मुंडन को लेकर श्री झा उत्साहित थे. […]
उघरा के मदन झा के पोते का मुंडन 11 जुलाई को थी. मुंडन को लेकर श्री झा उत्साहित थे. भोज की तैयारी पहले से चल रही थी. सब कु छ ठीक था पर पानी नहीं था. चार किलोमीटर दूर खेत की बोरिंग से आठ ड्राम पानी ट्रैक्टर से मंगवाया. तब जाकर भोज का आयोजन हो सका. अचानक गिरे भूगर्भिय जल से परेशान क्षेत्र के सैकड़ो परिवारों की समस्या बदस्तूर जारी है. इस मामले के प्रकाश मेें आने के तीन दिन बाद भी ग्रामीणों केलिए पेयजल की प्रशासन की ओर से वैकल्पिक व्यवस्था नहीं की गयी है. प्रखंडक्षेत्र के मेकनावेदा, बिउनी अंदामा एवं बसतपुर पंचायत सहित वरुआरा के पिंगी और कुशोथर के योगियारा गांव में भी चापाकल सुखने क ी बात सामने आ रही है.
इन पंचायतों में स्थानीय लोग चालू चापाकल पर कतारबद्ध होकर पानी भरने पर मजबूर हैं. उघरा पंचायत के मुखिया किरण देवी ने बताया कि पेयजल की समस्या को लेकर पूरे पंचायत में हाहाका मच गया है. उघरा गांव के बुजुर्ग जगन्नाथ झा, सियाराम झा, राजकिशोर झा, विउनी अंदामा गांव के रामप्रवेश सिंह, मनोज लाल देव, दिनेश ठाकुर आदि दर्जनों ग्रामीणों ने बताया कि इस तरह पानी का स्तर नीचे जाने से बड़ी अनहोनी का संकेत नजर आ रहा है.
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