दरभंगा : आज की युवा पीढ़ी तनाव से दूर भागने या उसे कम करने के लिए मादक पदार्थ व नशीली दवाओ का सहारा लेने लगे हैं. इसके दुष्प्रभाव से वे शारीरिक एवं मानसिक रूप से कमजोर होने लगे हैं. ये बातें स्थानीय न्यायालय परिसर में रविवार को जिला विधिक सेवा प्राधिकार के तत्वावधान में मादक […]
दरभंगा : आज की युवा पीढ़ी तनाव से दूर भागने या उसे कम करने के लिए मादक पदार्थ व नशीली दवाओ का सहारा लेने लगे हैं. इसके दुष्प्रभाव से वे शारीरिक एवं मानसिक रूप से कमजोर होने लगे हैं.
ये बातें स्थानीय न्यायालय परिसर में रविवार को जिला विधिक सेवा प्राधिकार के तत्वावधान में मादक द्रव्य निषेध दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रथम अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश अशोक कुमार श्रीवास्तव ने कही. इससे पूर्व कार्यक्रम का उद्घाटन श्री श्रीवास्तव ने दीप प्रजवालित कर किया. मौके पर उन्होंने कार्यक्रम में उपस्तिथत न्यायिक पदाधिकारी, अधिवकता एवं प्राधिकार के कर्मचारी सहित उपस्तिथ लोगों को मादक द्रव्य का सहारा नहीं लेने का शपथ दिलाया.
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए श्री श्रीवास्तव ने कहा कि मादक पदार्थ व दवाओं का सहारा लेनेवाले लोगों का सामाजिक जीवन भी कष्टमय होने लगता है. लोग उन्हें घृणित नजराें से देखने लगते है. उसके करीबी दोस्त भी दूर हो जाते हैं. कार्यक्रम का संचालन जिला विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव सह अवर न्यायाधीश प्रथम विनोद कुमार गुप्ता ने किया.मौके पर परिवार अदालत के प्रधान न्यायाधीश शैलेन्द्र कुमार, द्वितीय अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश
ज्ञानेन्द्र कुमार श्रीवास्तव, तृतीय अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश अजित कुमार सिन्हा, एसडीजेएम रजनीश रंजन, एसीजेएम आसुतोष खेतान, एसीजेम राजेश कुमार द्विवेदी, मुंसिफ प्रथम आनंद अभिषेक, मुंसिफ द्वितीय अमति कुमार, न्यायिक दंडाधिकारी शमीम रजा, राकेश कुमार राकेश सहित जिला विधिक सेवा प्राधिकार के पैनल अधिवक्ता, प्राधिकार के कर्मी सहित अन्य लोग उपस्तिथ थे.