अतिक्रमण. अवैध पार्किंग से लगता है जाम
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सिकुड़ रही शहर की सड़कें, बढ़ रहे वाहन
अतिक्रमण. अवैध पार्किंग से लगता है जाम शहर की सड़कें दिनों दिन अतिक्रमण के कारण सिकुड़ती जा रही है, वहीं वाहनों का बोझ निरंतर बढ़ता जा रहा है. बढ़ते वाहनों पर गौर करें तो वित्तीय वर्ष 2015-16 में 26 हजार 244 वाहनों का निबंधन सिर्फ दरभंगा जिले में हुआ है. ऐसे में शहर की सड़कों […]
शहर की सड़कें दिनों दिन अतिक्रमण के कारण सिकुड़ती जा रही है, वहीं वाहनों का बोझ निरंतर बढ़ता जा रहा है. बढ़ते वाहनों पर गौर करें तो वित्तीय वर्ष 2015-16 में 26 हजार 244 वाहनों का निबंधन सिर्फ दरभंगा जिले में हुआ है. ऐसे में शहर की सड़कों को जाम मुक्त बनाने के लिए नगर निगम के साथ-साथ जिला प्रशासन को भी कड़े कदम उठाने होंगे.
दरभंगा : वाहनों के बढ़ते बोझ से शहर की सड़कें सिकुड़ रही हैं. प्रधान मुख्य सड़क से गलियों तक कोई भी ऐसी सड़क नहीं है, जिसके दोनों किनारे चारपहिया या बाइक की पार्किंग न हो. अवैध पार्किंग से सड़कों की चौड़ाई दिनानुदिन घटने से जगह-जगह जाम की समस्या बढ़ती ही जा रही है. जिला प्रशासन ने शहर की यातायात व्यवस्था को व्यवस्थित करने के लिए शहर में वन-वे ट्रैफिक एवं सुबह सात बजे से रात 10 बजे तक भारी वाहनों के शहर से गुजरने पर रोक लगा दिया गया. इसके बावजूद शायद कोई भी दिन ऐसा नहीं है जिस दिन दिन भर में तीन-चार जगह जाम नहीं लगा हो.
बढ़ते वाहनों की संख्या, अवैध पार्किंग एवं अपनी दुकानों के सामने दुकानदारों द्वारा अतिक्रमण करने से यह समस्या दिनानुदिन नासूर होती जा रही है. जानकारों का मानना है कि शहर की बढ़ती आबादी एवं उसी अनुपात में वाहनों की बढ़ती संख्या को देखते हुए शहर के चारों ओर रिंग रोड होना नितांत आवश्यक है. करीब दो वर्ष पूर्व जिला प्रशासन ने मब्बी से समस्तीपुर-लहेरियासराय रोड में केरवा गाछी के निकट बाइपास रोड बनाने की स्वीकृति दी,
लेकिन तीन जगह सड़क की जमीन संंबंधी विवाद न्यायालय में लंबित रहने के कारण उस सड़क निर्माण पर ग्रहण लगा हुआ है. इसी तरह दरभंगा-सकरी मार्ग में सारामोहनपुर से बहादुरपुर तक रिंग रोड की स्वीकृति दी गयी थी, लेकिन अबतक उस पथ की प्रशासनिक स्वीकृति नहीं मिलने के कारण वह भी लंबित है. ऐसी स्थिति में लगातार वाहनों के बढ़ते बोझ को झेलने में सिकुड़ रही सड़कें अनुपयुक्त साबित हो रही हैं.
वित्तीय वर्ष 2015-16 में जिला परिवहन कार्यालय (डीटीओ ऑफिस) में 26244 वाहनें निबंधित गयी.
दो साल से अधर में बाइपास का निर्माण
एक साल में 26 हजार 244 वाहन निबंधित
स्कूटर व बाइक 19838
ऑटो रिक्सा 2424
कार 880
जीप 451
ट्रैक्टर 991
ट्रेलर 427
टैक्सी 428
लाइट कॉमर्शियल गुड्स 537
थ्री व्हीलर गुड्स 114
मीडिएम एंड हैवी गुड्स 71
बस 20
मिनी बस 5
अन्य 3
26 हजार बने
ड्राइविंग लाइसेंस
गत वित्तीय वर्ष में डीटीओ कार्यालय से कुल 25 हजार 633 ड्राइविंग लाइसेंस बनाये गये. इसमें 20650 नये लाइसेंस पुरुषों के तथा 481 लाइसेंस महिलाओं का बनाया गया. इससे पूर्व के वर्ष में डीटीओ कार्यालय से 356 महिलाओं का लर्निंग लाइसेंस बनाया गया था. विभागीय सूत्रों के अनुसार स्कूटी के बढ़ते प्रचलन के बाद इस वित्तीय वर्ष में महिलाओं के ड्राइविंग लाइसेंस बनाने में वृद्धि हुई है. इस तरह कुल 21131 नये ड्राइविंग लाइसेंस गत वित्तीय वर्ष में बनाया गया.
86 फीसदी राजस्व की वसूली
गत वित्तीय वर्ष के लिए राज्य परिवहन विभाग ने दरभंगा जिला परिवहन कार्यालय को 34.44 करोड़ राजस्व वसूली का लक्ष्य निर्धारित किया था, जिसके विरुद्ध 29 करोड़ 72 लाख 43 हजार 629 रुपये यानी 86.03 फीसदी राजस्व की वसूली की गयी.
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