सतीश चंद्र ठाकुर : किसानों की आय दोगुना करने की बात तो तब सार्थक होगी, जब लाभ दोगुना होगा. खेती में बढ़ते लागत के अनुरूप उत्पादित फसल का लाभ नहीं मिल पाता. जब लाभ दोगुना नहीं होगा तो आय कैसे दोगुनी होगी. समय पर फसल की बिक्री हो इसके लिए बाजार की व्यवस्था होनी चाहिए. एफडीआइ से छोटे किसानों को लाभ नहीं मिल सकता.
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बोले किसान, फसल बिक्री के लिये हो पुख्ता प्रबंध
सतीश चंद्र ठाकुर : किसानों की आय दोगुना करने की बात तो तब सार्थक होगी, जब लाभ दोगुना होगा. खेती में बढ़ते लागत के अनुरूप उत्पादित फसल का लाभ नहीं मिल पाता. जब लाभ दोगुना नहीं होगा तो आय कैसे दोगुनी होगी. समय पर फसल की बिक्री हो इसके लिए बाजार की व्यवस्था होनी चाहिए. […]
किसान नवीन चंद्र ठाकुर: 2022 तक केमिकल खाद को समाप्त करने और जैविक खेती को बढ़ावा देने से किसानों को फायदा होगा. सिंचाई, पशुधन और दाल उत्पादन को बढ़ावा देने की योजना से किसान की माली हालत बदलने की कोशिश की गयी है.
सकलदेव यादव : वर्षा आधारित कृषि क्षेत्र में पटवन के लिए खास योजना चलनी चाहिए. जहां नहर की सुविधा नहीं है, बंद नलकूप को चालू करवाना चाहिए. बजट में सिंचाई के लिए भारी भरकम राशि का प्रावधान किसान के लिए खुशखबरी है.
राम कुमार झा : एफडीआइ से छोटे किसान को बहुत फायदा नहीं होगा. जीवाणु खाद से मिट्टी और उत्पादित फसलों की गुणवत्ता बनी रहेगी. उत्पादन अधिक होने पर बाजार की अनुपलब्धता से लाभ कम होगा. पंचायतों में पैक्स होने से भी किसानों को लाभ नहीं मिल रहा. पंचायतों को अस्सी लाख अधिक मिलने, उसमें से पंचायत स्तर पर किसान के लिए सिंचाई आदि योजना पर खर्च करने का प्रावधान होना चाहिए.
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