दरभंगा : जिले के चर्चित मुन्ना मुखिया अपहरण तथा हत्याकांड के बाद से फरार राजनाथ सिंह को अंतत: पुलिस सोमवार को दबोचने में सफल रही. पुलिस की माने तो यह कुख्यात अपराधकर्मी है. इस पर पूर्व में ईनाम भी घोषित किया गया था. यह विगत लगभग दो वषोंर् से पुलिस की पकड़ से दूर था. पुलिस इसके टोल में लगी हुई थी.
सिटी एसपी हरकिशोर राय ने बताया कि 18 फरवरी 2014 को सिनवार गोपाल के पशुपति कुमार उर्फ मुन्ना मुखिया एवं उनके ड्राइवर शैलंेद्र ओझा का अपहरण कर हत्या कर लाश गायब कर दिया गया. इस कांड में परदेशिया गिरोह का संलिप्तता पाया गया. जांच के क्रम में इस कांड में 13 अपराधकर्मियों पर कांड सत्य पाया गया. घटना के बाद ही राजनाथ फरार था. इसकी गिरफ्तारी को लेकर वरीय पुलिस अधीक्षक अजित कुमार सत्याथीं्र के निर्देश पर सदर डीएसपी के नेतृत्व में एक टीम गठित की गयी. टीम ने वैज्ञानिक अनुसंधान कर गुप्त सूचना के आधार पर इसे गिरफ्तार किया.
राजनाथ बहादुरपुर थाना क्षेत्र के अंदामा गांव निवासी स्व. रामकिशोर सिंह का पुत्र बताया जाता है. श्री राय ने बताया कि यह एक कुख्यात अपराधकर्मी है. बहादुरपुर थाना में इसपर 14 संगीन मामले दर्ज हैं. इसमें दो मामले में यह फरार है. यहां यह बता दें कि मुन्ना मुखिया अपहरण तथा हत्याकांड जिले का एक चर्चित कांड था. 18 फरवरी 2014 को उनका उनके बोलेरो गाड़ी तथा चालक सहित अपहरण कर लिया गया था. मामले को लेकर कई तरह की चर्चा शुुरु हो गयी थी. हालांकि उनका शव आजतक बरामद करने में पुलिस असफल रही. पुलिस का कहना है कि उनकी हत्या कर शव को ऐसे जगह छिपा दिया गया जहां से बरामद नहीं किया जा सका. बाद में पुलिस ने उन्हें मृत मान लिया था.