बहेड़ी : इंजीनियर हत्याकांड संख्या 217/15 का अनुसंधानक थानाध्यक्ष सीताराम प्रसाद स्वयं बने हैं. जबकि इस तरह के मामले में अनुसंधानक पुलिस निरीक्षक या डीएसपी को बनाया जाना चाहिए.अधिवक्ता प्रदीप यादव ने कहा कि हाइ प्रोफाइल इस मामले का अनुसंधान थानाध्यक्ष से छीन कर वरीय अधिकारियों को अभी तक नहीं दिया जाना पुलिस की लापरवाही को दर्शाता है.
भाकपा माले के अंचल सचिव सत्यनारायण मुखिया सहित कई राजनितिक कार्यकर्ताओं ने यहां तक कहा कि ऐसे थानाध्यक्षों को अभी तक लाइन हाजिर नहीं किया जाना भी पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान खड़ा कर रहा है.