कब लौटेगी सरकारी स्कू लों की रौनक बच्चों की उपस्थिति बेहद कम
दरभंगा : विधानसभा चुनाव बीत गये. कार्यालय कर्मियों का खुमार टूटा. इनकी उपस्थिति बढी. रौनक लौटी. नहीं लौटा तो विद्यालयों का रौनक. अभी भी सरकारी स्कूलों में बच्चों की उपस्थिति नहीं बढी. अधिकांश विद्यालय अभी भी विरान दिख रहा है. प्रत्येक दिन चार दस की संख्या में बच्चोंं की बढ़ोत्तरी हो रही है.
किंतु अधिकांश विद्यार्थी अभी भी विद्यालय नही पहुंच रहे हैं. ऐसे विद्यालयों के शिक्षक भी चुनाव आदि को लेकर गप्पे लगाकर विद्यालय अवधि का समय बीता रहें हैं. जिस विद्यालय में कभी बच्चों की किलकारी गुंजा करती थी. आसपास गुजरनेवाले लोगों को बच्चों की शोर से रुबरु होना पड़ता था. वहां अभी सन्नाटा पसरा है.
बच्चों की संख्या बेहद कम होने से इनकी आवाज विद्यालय तक ही सिमट कर रह जाती है. बच्चों की उपस्थिति कम रहने के कारण कक्षा संचालन भी ठीक ढंग से नहीं चल रहे हैं. इसके कारण बच्चों को पहले से पिछड़ा सिलेबस और पिछड़ रहा है. आखिर चुनाव परिणाम आये 15 दिन से उपर हो चुके हैं.
इसके बाद भी बच्चों की अपेक्षित उपस्थिति चिंता का विषय बनता जा रहा है. कारण जो भी हो, किंतु लंबी अघोषित छुट्टी के बाद बच्चों की उपस्थिति बढाने पर ठोस उपाय की जरुरत है. इसके लिए शिक्षक एवं विद्यालय शिक्षा समिति की संजीदगी से समस्या का समाधान हो सकता है. जबकि अभिभावकों के साथ संगोष्ठी पर इसके कारगर उपाय हो सकता है.
लेकिन इन सबों के बीच एक चर्चा की सरगर्मी जरुर है कि नहीं घटी है तो एमडीएम में भेजे जानेवाले बच्चों की संख्या. आज भी स्कूल में बच्चे कम है लेकिन इसका प्रतिदिन का रिपोर्ट में कमोबेस इस संख्या को कम कर दर्शाने की प्रवृति की संभावना कम ही दिखती है. जिसका खुलासा विद्यालयों के औचक निरीक्षण से गत दिनों की संख्या के मिलान के बाद संभव है.