डीएमसीएच में करीब एक सप्ताह से प्लास्टर ऑफ पेरिस (पीओपी) की किल्लत बरकरार है. मरीजों को बाहर से पीओपी खरीदकर लाना पड़ता है, तब जाकर मरीजों के टूटे अंगों पर प्लास्टर चढ़ाया जाता है.
इससे मरीजों की परेशानी बढ़ गयी है. मालूम हो कि इसके पूर्व प्लास्टर ऑफ पेरिस की जरूरत नहीं पड़ती थी. क्योंकि पट्टी में ही प्लास्टर ऑफ पेरिस शामिल होकर आता था. ऐसे पट्टी कि किल्लत एक सप्ताह से है. इसलिए हड्डी विभाग के अध्यक्ष ने स्टोर से पीओपी मांगी है.