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विधि, शिक्षा के डीन की नियुक्ति पर मुहर
सिंडिकेट की बैठक : निविदा के आधार पर नये आउटसोर्स कंपनी से अनुबंध का निर्णय दरभंगा : ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के शिक्षकों को न्यायादेश के आलोक में 1998 से 12 दिनों के अजिर्त अवकाश प्रदान करने पर स्वीकृति दी गयी. साथ ही न्यायादेश के आलोक में शिक्षकेतर कर्मियों के वेतन डिमजर्र का भी अनुमोदन […]
सिंडिकेट की बैठक : निविदा के आधार पर नये आउटसोर्स कंपनी से अनुबंध का निर्णय
दरभंगा : ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के शिक्षकों को न्यायादेश के आलोक में 1998 से 12 दिनों के अजिर्त अवकाश प्रदान करने पर स्वीकृति दी गयी. साथ ही न्यायादेश के आलोक में शिक्षकेतर कर्मियों के वेतन डिमजर्र का भी अनुमोदन किया गया. कुलपति डा. साकेत कुशवाहा की अध्यक्षता में उनके आवासीय कार्यालय पर गुरुवार को आयोजित सिंडिकेट की बैठक में यह निर्णय लिये गये.
इसके साथ ही कई महत्वपूर्ण विषयों पर विचार विमर्श के उपरांत कई निर्णय पारित किये गये. महाविद्यालय निरीक्षक सह प्रभारी कुल सचिव डा. अजित कुमार चौधरी ने जानकारी देते हुए बताया कि बैठक में निविदा के आधार पर नये आउटसोर्स सेवा प्रदाता कं पनी से अनुबंध का निर्णय लिया गया.
स्नातकोत्तर गृह विज्ञान एवं प्राचीन भारतीय इतिहास व संस्कृति के संबंधन के संबंध में विचार के बाद बिहार सरकार के पत्र के आलोक में इन विषयों क ी पढ़ाई शुरू करने संबंधी अनुरोध भेजने का निर्णय लिया गया. विश्वविद्यालय के विभिन्न महाविद्यालयों में पदस्थापित कर्मी एवं महाविद्यालयों के विवि में पदस्थापित कर्मियों को उनके मूल स्थान पर पदस्थापित करने पर विचार करते हुए आवश्यकतानुसार निर्णय लिये जाने पर सहमति बनी.
विवि के विधि संकायाध्यक्ष के रुप में सीएम लॉ कॉलेज के प्रधानाचार्य, शिक्षा संकायाध्यक्ष के रुप में गवर्मेट टीचर ट्रेनिंग कॉलेज समस्तीपुर के प्रधानाचार्य एवं दंत चिकित्सा संकायाध्यक्ष के रुप में मिथिला माइनॉरिटी डेंटल कॉलेज के प्रधानाचार्य की नियुक्ति को भी सिंडिकेट ने मुहर लगा दी. कुलाधिपति कार्यालय को भेजे गये अधिवक्ताओं की सूची एवं उनके भुगतान किये जाने वाले पारिश्रमिक के दर का भी अनुमोदन किया गया.
सेवानिवृत्त कर्मियों को 15 प्रतिशत बकाया भुगतान की स्वीकृति दी गयी. चेक भुगतान के लिए राज्य सरकार को पत्र लिखे जाने का निर्णय लिया गया. दूरस्थ शिक्षा के प्रशासनिक भवन निर्माण के लिए बंगला नंबर छह के आवंटित किये जाने का भी अनुमोदन किया गया.
सांसद कीर्त्ति आजाद के लगाये गये आरोपों के आलोक में कुलपति द्वारा निगरानी विभाग को जांच के लिए भेजे गये पत्र को सिंडिकेट के समक्ष अवलोकनार्थ प्रस्तुत किया गया. अंगीभूत महाविद्यालयों एवं आइबीएम बेला में कुछ विषयों की पढ़ाई शुरू करने से संबंधित विवि स्तर पर गठित कमेटी को शीघ्र प्रतिवेदन सौंपने का निर्देश दिया गया है.
बैठक में आठ जून को आयोजित विद्वत परिषद के पारित अनुसंशाओं, 11 मई को आयोजित डब्लूआईटी के एडवाइजरी काउंसिल के निर्णयों, 7 जून को आयोजित दूरस्थ शिक्षा के एडवाइजरी काउंसिल के निर्णयों, 22 अप्रैल को आयोजित पुस्तकालय समिति के लिये गये निर्णय सहित 24 अप्रैल को आयोजित सिंडिकेट की बैठक की कार्यवाही की संपुष्टि भी की गयी.
बैठक में प्रतिकुलपति प्रो. सैयद मुमताजुद्दीन, छात्रकल्याणाध्यक्ष डा. केपी सिंहा, पीजी भौतिकी विभागाध्यक्ष डा. एके मिश्र, पीजी संस्कृ त विभागाध्यक्ष डा. रामनाथ सिंह, पूर्व एमएलसी संजय झा, चंदन यादव, नीलिमा ठाकुर, डा. बैद्यनाथ चौधरी बैजू, डा. विनोद कुमार चौधरी, डा. योगेंद्र प्रसाद जिज्ञासू, डा. मेघन प्रसाद सहित अन्य सदस्य उपस्थित थे.
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