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स्मार्ट गांव बनाये सरकार : पप्पू
पटोरी में एक दिवसीय किसान आंदोलन सह धरना कार्यक्रम शाहपुर पटोरी : डॉक्टर और जांच भारत के गरीबी का मुख्य कारण है. स्मार्ट सिटी की नहीं पहले स्मार्ट गांव बनाने की जरूरत है. जबतक गांव स्मार्ट नहीं होगा, स्मार्ट सिटी संभव नहीं है. उक्त बातें जन अधिकार मोर्चा के द्वारा प्रखंड परिसर में आयोजित एक […]
पटोरी में एक दिवसीय किसान आंदोलन सह धरना कार्यक्रम
शाहपुर पटोरी : डॉक्टर और जांच भारत के गरीबी का मुख्य कारण है. स्मार्ट सिटी की नहीं पहले स्मार्ट गांव बनाने की जरूरत है. जबतक गांव स्मार्ट नहीं होगा, स्मार्ट सिटी संभव नहीं है. उक्त बातें जन अधिकार मोर्चा के द्वारा प्रखंड परिसर में आयोजित एक दिवसीय किसान आंदोलन सह धरना कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव ने कही.
उन्होंने कहा कि आज किसानों की बात करना बेमानी हो गयी है. किसानों के सवाल पर इस देश में कई आंदोलन हुए लेकिन आजतक किसानों की स्थिति में सुधार नहीं हुआ.
सबने कहा कि हिन्दुस्तान की आत्मा किसानों में बसती है अब 85 प्रतिशत देश में वैसे किसान है जिन्हें दो बीघा से कम भूमि उपलब्ध हैं. किसान के बेटे को चिंता है कि आगे उसे मजदूरी करनी है. ज्यादातर किसानों के पास सिंचाई का साधन नहीं है. उन्होंने सवालिया लहजे में कहा कि क्या कारण है कि आज किसान का बेटा खेती छोड़ रहा है.
सरकार किसानों को बाजार एवं व्यापारी के भरोसे छोड़ दिया है. अगर हमें मौका मिला तो तीन माह में किसानों को बाजार से मुक्त करायेंगे. कभी भी किसान जमीन विवाद एवं कर्ज से मुक्त नहीं हुआ. अमीन बिना रिश्वत रसीद नहीं काटता है.
मौका मिला तो तीन माह में जमीन ऑनलाइन होगा. सीओ गांव में बैठेंगे. किसान सूदखोर से मुक्त होंगे. सरकार किसानों को कर्ज देगी. हमारे नौजवानों के पास हुनर है लेकिन बाजार नहीं है.
अगर किसानों की जिंदगी बनानी चाहती है तो खेती को उद्योग का दर्जा देना होगा. सरकार अगर कारखाना बनाने के लिए किसानों से जमीन लेती है तो उसमें किसानों को शेयर दें. आज किसान मजदूर हो गया है. किसानों की स्थिति भीख मांगने वालों से बदतर हो गयी है किसान नौजवान चाहता है विकल्प. 15 जून के बाद तय करेंगे कि किसान नौजवान क्या चाहते हैं. किसानों की नहीं सिर्फ सता की चिंता है इन नेताओं को.
नये रास्ते में जायेंगे. फसल मुआवजा देने, छूटे किसानों का नाम जोड़ने, खरीफ फसल के अनुदानित दर पर बीज उपलब्ध कराने, सिंचाई का साधन दुरूस्त करने की मांगों को लेकर आयोजित इस धरना कार्यक्रम की अध्यक्षता सूर्यनारायण सहनी ने की. संचालन पूर्व उपप्रमुख सत्येन्द्र कुमार राय ने की. कार्यक्रम को मोर्चा के नेता पवन यादव, एजाज अहमद, केदार सहनी सहित कई लोगों ने संबोधित किया.
मौके पर शत्रुघ्न सहनी, ब्रrादेव चौधरी, उमाकांत चौधरी, उदय कुमार सिंह, रामबाबू सहनी, जितेन्द्र राय, सहिन्द्र राय, रामदास, जगरनाथ राय, धीरेन्द्र राय, प्रणिता राय, उमेश राय, मुखिया शिवकुमार चौधरी आदि मौजूद थे.
मोहिउद्दीननगर : किसान सलाहकारों के राज्यव्यापी हड़ताल 15 वें दिन जारी होने के कारण किसानों के बहुत सारे कार्यो के निष्पादन में बाधाएं उत्पन्न हो रही हैं. हड़ताल के कारण किसानों को मिलने वाली फसल क्षति मुआवजा अभी काफी संख्या में किसानों के खाते में राशि जमा नहीं की जा सकी है.
बीएओ के अनुसार कार्य में बाधाएं होने के कारण हमारे कार्य कुछ पीछे चल रहे हैं. हालांकि उसे हर हाल में पूरा करने का प्रयास जारी किये हुए हैं. इधर ई किसान भवन में जारी हड़ताल में धरना व प्रदर्शन की अध्यक्षता धर्मेन्द्र कुमार एवं संचालन विनोद शर्मा कर रहे थे.
सलाहकारों का कहना था कि सरकार हमारी मांगों को जब तक मान नहीं लेती है तब तक हड़ताल जारी रहेगी. मौके पर टिंकू कुमार, संजय कुमार, राकेश कुमार, राकेश रमन, अरूण कुमार आदि उपस्थित थे. दूसरी ओर, स्वास्थ्य विभाग की संविदाकर्मियों की जारी राज्यव्यापी हड़ताल के चौथे दिन स्थानीय पीएचसी परिसर में स्वास्थ्य प्रबंधक चन्दन कुमार सिंह की अध्यक्षता में धरना प्रदर्शन का आयोजन किया गया. अपनी ग्यारह सूत्री मागों को लेकर संविदा स्वास्थ्य कर्मियों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी की और जब तक सरकार मांग मान नहीं लेती है तब तक हड़ताल पर डटे रहने का निर्णय लिया गया. हड़ताल के कारण पीएचसी पर तथा अन्य अतिरिक्त स्वास्थ्य उपकेन्द्रों पर मरीजों को काफी परेशानी उठानी पड़ रही है.
हालांकि प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डा. सुरेश कुमार ने बताया कि अस्पताल का कार्य सामान्य दिनों की तरह चल रहा है लेकिन संविदाकर्मियों के हड़ताल के कारण परेशानी उठानी पड़ रही है. संविदा हड़ताली कर्मियों में सुनीता कुमारी, अनुपमा कुमारी, मंजू कमारी, अनिता कुमारी, जितेन्द्र कुमार, पंकज कुमार, रामनारायण सिंह आदि मौजूद थे.
दलसिंहसराय : संविदा पर बहाल स्वास्थ्यकर्मियों की मांगों को लेकर जारी हड़ताल से स्वास्थ्य व्यवस्था पर प्रतिकूल प्रभाव दिखने लगा है. ममता, आशा कार्यकर्ता, एएनएम, बीसीएम, परिवार नियोजन, टीबी, लैब टेक्निशियन समेत अन्य कर्मियों ने अपनी सेवाएं ठप कर दी है. इससे मरीजों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. दूसरी तरफ किसान सलाहकारों की हड़ताल जारी है जिससे खरीफ फसल की जानकारी, डीजल अनुदान, फसल क्षतिपूर्ति, अनुदानित बीज की उपलब्धता समेत अन्य कार्यों के लिये किसानों को भटकना पड़ रहा है.
सिंघिया : बिहार राज्य किसान सलाहकार संघ सिंघिया के किसान सलाहकारों ने विगत 22 मई से चल रहे अपने हड़ताल के समर्थन में शनिवार को सिंघिया प्रखंड कृषि कार्यालय का काम-काज बाधित कर दिनभर वहीं धरना दिया़ धरनार्थी सलाहकारों को संबोधित करते हुए संघ के प्रखंड अध्यक्ष गंगा प्रसाद यादव ने कहा कि सरकार के नीतिगत निर्णय के आलोक में सलाहकारों को वीएलडब्लू एवं वीइडब्लू के पद पर समायोजन करना है़
उसी आलोक में संचिका संचालन किया गया पर विभागीय अफसरशाही के कारण समायोजन कार्य अधर में लटका हुआ है़ जब तक सलाहकारों को समायोजन नहीं किया जाता है हड़ताल जारी रहेगा़ कार्यक्रम की अध्यक्षता सलाहकार कुन्दन कुमार चौधरी कर रहे थ़े इस दौरान सलाहकार गणपति शर्मा, राजेश कुमार पासवान, कुमार दीपक,राजेश कुमार सिंह, प्रशांत कुमार सिंह आदि मौजूद थ़े़
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