दरभंगा. चार दिन बाद शनिवार की शाम 5.05 बजे पुन: भूकंप के झटके से अफरा-तफरी मच गयी. लेकिन इसे महज संयोग ही माना जाय कि भूकंप की अवधि मात्र 28 सेकेंड और रेक्टर पर उसकी गति 5.8 ही था. विगत पांच दिनों में आठवीं बार भूकंप के झटके ने आमजन को इतना भयभीत कर रखा है कि अब लोगों को घर जाने में भी डर लगने लगे है. वैसे जानकारों का मानना है कि इस बीच लगातार छोटे-मोटे झटके की अनुभूति होती हैं. लेकिन लोग इसे अपने तक ही सीमित रख लेते.
आज शाम भूकंप के झटका के बाद दरभंगा टावर पर अफरातफरी की स्थिति मच गयी. सभी दुकानदार एवं उनके कर्मी दुकान छोड़ टावर पर जमा हो गये. दरभंगा टावर के चारों ओर बिजली तार बिछा हुआ है. ऐसी स्थिति में वहां भी खड़ा होना सुरक्षित नहीं माना जा सकता. लेकिन दरभंगा टावर के चारों ओर जो स्थिति है, उसमें भूकंप के समय कोई ऐसा सुरक्षित स्थान नहीं है जहां लोग जाकर अपनी रक्षार्थ खड़ा हो सके. वैसे बिजली विभाग जैसी तत्परता विगत पांच दिनों से दिखा रही है उससे लोग आश्वस्त होकर पोल के इर्द-गिर्द भी खड़े हो जाते हैं.
भूकंप के झटके महसूस होते ही पावर सब स्टेशनों से बिजली तुरंत गुल कर दी जाती है. इससे लोग इत्मीनान होकर अपने घरों के लाइन बंद किये बिना ही शीघ्र बाहर आ जाते हैं. ग्रामीण क्षेत्रों में भी भूकंप के झटके महसूस किये गये. लेकिन कहीं से किसी अप्रिय घटना की सूचना नहीं है. ज्ञात हो कि मीडिया की ओर से भी अगले कुछ दिनों तक भूकंप के झटके आने संबंधी संभावनाओं के बाद लोगों में यह दहशत और घर करने लगा है.