मोहनिया/दरभंगा : दरभंगा पुलिस लाइन में रविवार की सुबह आठ बजे कारबाइन साफ करने के दौरान गोली चलने से बीएमपी के हवलदार नंद किशोर सिंह (50) की मौत हो गयी. वह कैमूर जिले के मोहनिया थाने के मामदेव गांव के रहनेवाले थे. पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम करा दिया है. परिजनों को इसकी सूचना दे दी गयी है. पुलिस इस घटना की जांच कर रही है.
जानकारी के अनुसार लहेरियासराय स्थित पुलिस लाइन में साप्ताहिक अवकाश के दौरान बीएमपी के हवलदार नंद किशोर सिंह सुबह आठ बजे अपनी कारबाइन को साफ कर रहे थे. साफ करने से पहले वह मैगजीन को बाहर नहीं निकाल पाये थे. इसी बीच अचानक फायरिंग हो गयी. फायरिंग से निकली चार गोलियां उनके चेहरे में लगीं. इससे उनकी घटनास्थल पर ही मौत हो गयी.
घटना की सूचना मिलते ही वरीय पुलिस अधीक्षक मनु महाराज, सिटी एसपी हिमांशु शंकर त्रिवेदी समेत वरीय पुलिस पदाधिकारियों ने घटनास्थल पर पहुंचकर जायजा लिया. कई बिंदुओं से इस घटना की जांच की. जांच को लेकर एफएसएल (फोरेंसिक साइंस लैबोरेटरी) की टीम को भी बुलाया गया. डीएमसीएच में शव का पोस्टमार्टम कराया गया. नंद किशोर सिंह बीएमपी-8 बेगूसराय में पदस्थापित थे.
बीते 17 फरवरी को वह प्रतिनियुक्ति पर दरभंगा आये थे. घटना की सूचना उनके परिजनों को दे दी गयी है. वरीय पुलिस अधीक्षक मनु महाराज ने बताया कि कारबाइन साफ करने के दौरान यह घटना हुई है. मैगजीन नहीं निकाल पाने के कारण अचानक फायरिंग हो गयी, जिससे उनकी मौत हो गयी. इधर, दरभंगा पुलिस एसोसिएशन ने दाह संस्कार के लिए तत्काल 25 सौ रुपये दिये हैं.
परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल : नंद किशोर चार भाइयों में सबसे बड़े थे. उनके तीन बेटे व तीन बेटियां हैं. इनमें दो बेटे व दो बेटियों की शादी हो चुकी है. छोटा बेटा दीनबंधु रांची में मेडिकल की पढ़ाई करता है. जैसे ही परिजनों को जवान को गोली लगने से मौत की खबर मिली, पूरा परिवार दहाड़ मार कर रोने लगा. परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है.
ढांढ़स बंधाने पहुंचे लोग : जवान की मृत्यु की खबर पर कई रिश्तेदार व ग्रामीण उनके घर पहुंचने लगे. सभी लोग परिजनों को ढांढ़स बंधाने में जुट गये. मृतक जवान के छोटे भाई श्याम बिहारी सिंह ने बताया कि मृतक का शव सोमवार की सुबह गांव पहुंचेगा.