अस्तपाल में मिलने पहुंचे अधिवक्ता को एएसआइ ने धुना
वकील ने सहायक अवर निरीक्षक के खिलाफ कोर्ट में दर्ज कराया मामला
पुलिस पर लगाया पक्षपात का आरोप
दरभंगा : लहेरियासराय थाना क्षेत्र के बाकरगंज दारू भट्टी चौक के पास दो अगस्त की रात भूमि विवाद में हुई मारपीट में अपराधी द्वारा पिस्टल देकर फंसाने के मामले में पीड़ित के चाचा अधिवक्ता मो. मनौव्वर ने एएसआइ अनिल कुमार के खिलाफ दरभंगा व्यवहार न्यायालय में मामला दर्ज कराया है. इसमें उन्होंने एएसआइ पर आरोप लगाते हुए कहा है कि जब वे भतीजा से डीएमसीएच में मेडिकल जांच के दौरान मिलने गये तो उनके साथ एएसआइ ने दुर्व्यवहार किया.
साथ ही उनकी जमकर धुनाई कर दी. वे बार-बार अपने को अधिवक्ता होने का परिचय देते रहे, लेकिन एएसआइ अनसुना करते हुए ताबड़तोड़ चेहरे पर थप्पड़ चलाता रहा. उन्होंने इस बावत वरीय पदाधिकारियों से भी फरियाद की. न्याय नहीं मिलने पर गुरुवार को दरभंगा व्यवहार न्यायालय में एएसआइ अनिल कुमार के खिलाफ सीआर 1188/19 दायर किया है.
अधिवक्ता सह चकजोहरा मोहल्ला निवासी मनौवर इकबाल ने कहा है कि उनका मोहल्ले के ही आबिद हुसैन उर्फ नन्हे बाबा के साथ भूमि विवाद चल रहा है, जिसकी वाद संख्या 207/17 है. इस मामले को लेकर आबिद हुसैन उर्फ नन्हें हमेशा दबाव बना रहा था. इस क्रम में गत दो अगस्त को भतीजा मो. अहसान व ओसामा को सूर्या नामक हत्यारोपित के माध्यम से मारपीट कर जख्मी कर दिया गया. इस मामले को लेकर अहसान इकबाल के बड़े भाई अल्लाम इकबाल अपनी दुकान बंद कर जब घर जा रहा था तो गायत्री मंदिर के पास महारजगंज निवासी मो. मुजम्मिल, मो. एजाज, मो. शबाना और मो.अकबर ने उसे घेर लिया और मारपीट करने लगे.
इसी बीच मो. मुजम्मिल ने सूर्या को फोन पर बुलाया. सूर्या पिस्टल निकालकर बट से मारकर घायल कर दिया. पुलिस को सूचना देकर मौके पर बुलाया और जबरन अल्लाम इकबाल के हाथ से पिस्टल मिलने की बात कह अपना पिस्टल पुलिस को सौंप दिया. पुलिस ने सूर्या को छोड़ अल्लाम को और मुजम्मिल को दबोच लिया.
जब सच्चाई बताने के लिए अल्लाम को लेकर थाना पहुंचे तो उसे भी पुलिस ने हिरासत में ले लिया. घटना की सच्चाई जब डीआइजी को बतायी गयी तो उन्होंने जांच का आदेश दिया. वहीं मुजम्मिल ने पुलिस को बताया कि पिस्टल अल्लन का नहीं, बल्कि सूर्या का था जो कमर से निकाल कर पुलिस को सौंपा था.
सच्चाई जानकर पुलिस ने सूर्या को भी दबोच लिया, लेकिन पुलिस अल्लाम को भी आरोपित बनाकर जेल भेज दिया. इस मामले को लेकर अल्लाम की ओर से दिए गए आवेदन पर आज तक पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज नहीं की है, जबकि बदमाशों के बयान परप्राथमिकी दर्ज कर ली गयी है.