दरभंगा : जिलाधिकारी के ओएसडी पुष्पेश कुमार ने भाजपा से निलंबित सांसद कीर्ति आजाद से फोन पर बातचीत के दौरान अमर्यादित व्यवहार करने का आरोप लगाया है. आहत ओएसडी ने डीएम को पत्र भेज कर इसकी सूचना दी है. साथ ही पीएमओ, निर्वाचन आयोग, लोस अध्यक्ष और कई अन्य विभागों को पत्र भेज कर सांसद पर कार्रवाई की मांग की है.
ओएसडी ने अपने पत्र में कहा कि उन्होंने गत एक अक्टूबर की रात 9.22 बजे विभागीय नंबर 8544412322 से सांसद कीर्ति आजाद के मोबाइल पर फोन किया. दो अक्टूबर को समाहरणालय में नशामुक्ति, बाल विवाह, दहेज प्रथा व स्वच्छता से संबंधित कार्यक्रम एवं संकल्प से संबंधित वेबकास्टिंग में भाग लेने के लिए उन्हें आमंत्रित करना था. इस पर सांसद अमर्यादित भाषा का उपयोग करते हुए कहा, ”तुम्हारी औकात कैसे हुई. मुझसे बात करने की. मैं 20 वर्ष से एमपी हूं. जाओ मेरे पीए से बात करो.”
वहीं, पुष्पेश ने सांसद के शब्दों को लोकसेवक व सांसद के आचरण को प्रतिकूल बताते हुए इसे कर्तव्य निष्ठा प्रशासनिक पदाधिकारी की गरिमा का हनन बताया है. कहा है कि उनके आत्मसम्मान पर गहरी ठेस पहुंची है. मानवाधिकार का हनन हुआ है.
सांसद कीर्ति आजाद ने कहा- कल शाम को जब फोन आया तब मैं किसी कार्यक्रम में व्यस्त था. आवाज नहीं सुनाई दे रही थी. कहा कि आप मेरे निजी सचिव से बात कर लें. यदि कोई प्रमाण नहीं दिया तो फिर पांच करोड़ का मानहानि का दावे के लिए तैयार हो जाएं. चुनावी वर्ष में इस प्रकार से किसी को बिना किसी प्रमाण के बदनाम करना उचित नहीं है. या तो वे माफी मांगे या फिर मानहानि के लिए तैयार हो जाएं.
पूरे मामले पर डीएम डॉ चंद्रशेखर सिंह ने कहा कि सांसद ने जिस तरीके का व्यवहार किया है, वह उचित नहीं है. लोकतंत्र में जनप्रतिनिधि का उच्च स्थान होने के कारण उन्हें आमंत्रित करने के लिए संपर्क किया गया था. उनके व्यवहार से आत्मसम्मान को ठेस पहुंची है. लोकतंत्र में सामंतवाद की कोई जगह नहीं है. ओएसडी की ओर से दिये गये पत्र को सक्षम पदाधिकारी के पास भेजा जा रहा है.