दरभंगा : मंगलवार को डीएम डॉ चन्द्रशेखर सिंह ने नजारत शाखा का निरीक्षण किया. सोलह वर्ष पूर्व 2002 में तत्कालीन डीएम राम बहादुर प्रसाद यादव द्वारा विभाग का निरीक्षण किया गया था. डीएम डॉ सिंह ने रोकड़ पंजियों, सेवा पुस्त, बैंक एकाउन्ट, अग्रिम पंजी, भंडार पंजी आदि का अवलोकन किया तथा नजारत उप समाहर्त्ता को […]
दरभंगा : मंगलवार को डीएम डॉ चन्द्रशेखर सिंह ने नजारत शाखा का निरीक्षण किया. सोलह वर्ष पूर्व 2002 में तत्कालीन डीएम राम बहादुर प्रसाद यादव द्वारा विभाग का निरीक्षण किया गया था. डीएम डॉ सिंह ने रोकड़ पंजियों, सेवा पुस्त, बैंक एकाउन्ट, अग्रिम पंजी, भंडार पंजी आदि का अवलोकन किया तथा नजारत उप समाहर्त्ता को कई निर्देश दिये. विभिन्न परीक्षाओं व आपदा सहाय्य कार्यों में अपनी सेवा व सामग्री आपूर्ति करने वाले संवेदकों के लंबित बकाए का भुगतान करने का निर्देष दिया. वहीं अग्रिम के रुप में कर्मियों, अधिकारियों व संस्थाओं द्वारा लिये गये लगभग 40 लाख रुपये के समायोजन के लिए नोटिस देने को डीएम ने कहा.
जांच के क्रम में पाया गया कि करीब दो करोड़ रुपये रुपये व्यय योग्य नहीं है. इसे राज्य के समेकित निधि में जमा करने का निर्देश दिया गया. विभिन्न विभागों से संबंधित लगभग एक करोड़ रुपये के समायोजन हेतु आवंटन अधियाचना पत्र विभाग को भेजने का भी निर्देश डीएम ने दिया.
जिला अतिथि गृह के आउटसोर्सिंग, भाड़े के वाहन व वर्ष भर क्रय की जाने वाली सामग्रियों की निविदा 15 दिन के अन्दर निकालकर नए आपूर्तिकर्त्ता व दर का निर्धारण कराने को डीएम ने कहा. समाहरणालय परिसर में खराब पड़े 10 विभागीय वाहनों की नीलामी संबंधी संचिका का डीएम ने निरीक्षण किया. इसमें पाया कि मोटर यान निरीक्षक द्वारा वाहन का मूल्यांकन प्रतिवेदन जमा नहीं किया गया है. उन्हें बुलाकर 24 घंटे के अंदर प्रतिवेदन समर्पित करने का निर्देश दिया गया.
इस दौरान नजारत उप समाहर्त्ता रवींद्र कुमार दिवाकर तथा जिला लेखा पदाधिकारी नीलकमल व नजारत के कर्मी मौजूद थे.
डीएम ने किया नजारत शाखा का निरीक्षण
नजारत उप समाहर्ता को दिये निर्देश