27.4 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

दरभंगा टावर का नजारा अचानक बदला-बदला

दरभंगा : दरभंगा टावर का नजारा अचानक बदला-बदला दिखने लगा है. नये एसएसपी के योगदान करते ही सड़क पर जहां-तहां पुलिस को नजराना पेश कर अवैध तरीके से दुकान सजा रखनेवाले अधिकांश फुटपाथी दुकानदार नजर नहीं आ रहे हैं. जिस टावर के चारों तरफ फुटपाथी दुकानदारों के ठेलों के कई चक्र से लगे होते थे, […]

दरभंगा : दरभंगा टावर का नजारा अचानक बदला-बदला दिखने लगा है. नये एसएसपी के योगदान करते ही सड़क पर जहां-तहां पुलिस को नजराना पेश कर अवैध तरीके से दुकान सजा रखनेवाले अधिकांश फुटपाथी दुकानदार नजर नहीं आ रहे हैं. जिस टावर के चारों तरफ फुटपाथी दुकानदारों के ठेलों के कई चक्र से लगे होते थे, वह खाली-खाली नजर आने लगा है.

इन अवैध दुकानदारों की वजह से जहां से एक बाइक तक को गुजरने में परेशानी होती थी, वहां से फर्राटे गाड़ियां दौड़ लगाने लगी हैं. दरभंगा टावर आनेवाले के लिये यह कौतुहल का विषय बना रहा. अब देखना है कि यह व्यवस्था कितने दिनों तक रहती है. दरभंगा टावर पर आमतौर पर चार दर्जन से अधिक फुटपाथी दुकानदारों का कब्जा था. सड़क के बीचो-बीच वाहन भी बेतरतीब लगे रहते थे, जो कि अब नहीं दिख रहे हैं. फुटपाथ से दुकानदारों के गायब होते ही सड़क चौरी नजर आने लगी है. हालांकि अभी भी दर्जन भर से अधिक ठेले लगे हैं. पुलिस ने इन फुटपाथी दुकानदारों को सड़क के किनारे कर दिया है. नये पुलिस कप्तान के आगमन से नगर थाना की पुलिस विशेष सतर्क नजर आने लगी है.

टावर पर बढ़ी पुलिस बलों की संख्या
नये एसएसपी के कमान संभालते ही उनकी सख्ती को देख पुलिस सतर्क नजर आने लगी है. पुलिस तो पहले भी तैनात रहती थी, लेकिन इनका काम सिर्फ बड़ी गाड़ियों को टावर से हटाना ही था. बताया जाता है कि फुटपाथी दुकानदारों के सामने का हिस्सा खाली रखने के लिये पुलिस मुस्तैद नजर आती थी. टावर चौक पर तैनात पुलिस बलों की संख्या काफी कम रहती थी. वहीं बीते दो दिनों से पुलिस बलों की संख्या में इजाफा के साथ-साथ दरभंगा टावर के सड़क पर जहां-तहां दुकान चला रहे दुकानदारों के हटने से आवागमन में मिली सुविधा से राहगीर राहत महसूस रहे हैं.
दुकान की हैसियत के आधार पर होती थी वसूली : दरभंगा टावर चौक पर सजने वाली फुटपाथी दुकानों के कारोबार की क्षमता के आधार पर उनसे वसूली की जाती थी. नगर थाना की पुलिस ने इसके लिये दर निर्धारित कर रखे थे. दुकानदारों के अनुसार किसी से डेली तो किसी का मासिक फिक्स कर एक निश्चित राशि ली जाती थी. इसमें सड़क पर बैठकर सामान बेचने वालों से 10 रुपये, छोटे ठेला दुकानदारों से 20 से 50 रुपये रोजाना तथा कुछ बड़े ठेला व्यवसायियों से प्रत्येक माह 3500 रुपये तक पुलिस वसूल करती थी.
सीसीटीवी का भी कोई फायदा नहीं
सड़क पर आमजन की सुरक्षा के नजिरये से लगाये गये सीसीटीवी कैमरे का कोई फायदा मिलता नहीं दिख रहा था. राहगीर बताते हैं कि सीसीटीवी कैमरा लगे हैं. सड़क पर बेतरतीब फुटपाथी दुकानदार दुकान सजा रोजाना आवागमन बाधित करते आ रहे थे. दुकान लगाने के एवज में पुलिस पैसा वसूलती थी. सीसीटीवी कैमरा से सबकुछ स्पष्ट पता चलने के बाद भी प्रशासन द्वारा कोइ कार्रवाई नहीं की जाती थी. इधर नये एसएसपी के योगदान रते ही हृदय स्थली टावर चौक की सूरत बदल गयी है.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें